आईएएस सुखबीर सिंह संधू बनाए गए चुनाव आयुक्त
देहरादून, 14 मार्च (हि.स.)। लोकसभा चुनाव से पहले देश को दो नए चुनाव आयुक्त मिल गए हैं। इनमें पंजाब के एसएस संधू का नाम भी शामिल है। एसएस संधू तेजतर्रार आईएएस अधिकारियों में शुमार हैं। वे हाल ही में उत्तराखंड के मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। अब एसएस संधू लोकसभा चुनाव की अहम जिम्मेदारी संभालेंगे। संधू इससे पहले केंद्र में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और प्रधानमंत्री मोदी के पसंदीदा अधिकारियों में उनकी गिनती होती है।
1988 बैच के आईएएस अधिकारी सुखबीर सिंह संधू सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर से एमबीबीएस पास आउट हैं। उन्होंने गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातकोत्तर और कानून की भी पढ़ाई की है। उनका जन्म छह जुलाई 1963 को हुआ। हाल ही में सेवानिवृत्त हुए संधू को भारत सरकार ने एक वर्ष की अवधि के लिए लोकायुक्त के पद पर नियुक्त किया था।
संधू को जुलाई 2021 में ओमप्रकाश की जगह उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। तब संधू भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष के रूप में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थे। तब केंद्रीय मंत्रिमंडल समिति से जारी नियुक्ति पत्र के अनुसार, उत्तराखंड कैडर और 1988 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ. एसएस संधू की नियुक्ति एक वर्ष की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर की गयी थी।
छह माह पूर्व सेवानिवृत्त हुए थे संधू, बढ़ा दी गई थी अवधि
संधू पिछले वर्ष 30 सितंबर को उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, लेकिन उन्हें 31 जनवरी 2024 तक छह माह की अवधि के लिए विस्तार दिया गया था। इसके बाद वे सेवानिवृत्त हो गए और केंद्र में उन्हें एक वर्ष की अवधि के लिए लोकायुक्त का सचिव नियुक्त किया गया था।
केंद्र के साथ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पंजाब में विभिन्न जिम्मेदारियों को संभाला
सिंधू ने केंद्र और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पंजाब में विभिन्न जिम्मेदारियों को संभाला है। सुखबीर सिंह संधू हमेशा ईमानदार कार्यप्रणाली को लेकर नौकरशाही में चर्चा में रहे हैं।
मिल चुका है राष्ट्रपति पदक
एसएस संधू को लुधियाना नगर निगम के आयुक्त के रूप में उनके काम के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था। इससे पूर्व संधू ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव, उच्च शिक्षा के रूप में कार्य किया था। संधू पंजाब के तत्कालीन सीएम प्रकाश सिंह बादल के सचिव रह चुके हैं।
नौ वर्ष तक उत्तराखंड में दी सेवाएं
डॉ. संधू ने आईएएस अधिकारी के रूप में शुरुआती दौर में नौ वर्ष तक उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद वह दो बार इंटर स्टेट डेपुटेशन पर पंजाब गए। पहली बार वह 1997 से लेकर 2002 और उसके बाद वर्ष 2007 से लेकर 2012 तक पंजाब में डेपुटेशन पर रहे। उन्हें पंजाब में दी गई सेवाओं के लिए याद किया जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण/प्रभात