मसूरी में बारिश और बर्फबारी ना होने से पर्यटन उद्योग हुआ ठप
मसूरी, 23 जनवरी (हि.स.)। पहाड़ों की रानी मसूरी में जनवरी माह के अंत तक भी बारिश और बर्फबारी ना होने से पर्यटन व्यवसाय पूरी तरीके से प्रभावित हो गया है। किसानों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। मसूरी में अमूमन जनवरी तक बारिश और बर्फबारी हो जाती थी, जिससे मसूरी में पर्यटन व्यवसाय काफी अच्छा रहता था, लेकिन इस साल ना तो बारिश और ना ही बर्फबारी होने से के कारण मसूरी में व्यापारी काफी मायूस है।
दिन में चटख धूप के साथ सुबह शाम की ठंड हो रही है। बारिश और बर्फबारी ना होने के कारण लोग काफी मायूस हैं। किसानों को भी भारी नुकसान हो रहा है कहीं फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और अगर कुछ और समय तक बारिश और बर्फबारी नहीं होती तो किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
मसूरी के होटल व्यापारी मसूरी होटल उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि इस बार मौसम की मायूसी से उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग काफी प्रभावित है। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि इस समय उत्तराखंड के पूरे पहाड़ी क्षेत्र में ना तो बारिश है और ना ही बर्फबारी है। उन्होंने कहा कि पर्यटक स्थल औली, चोपता, मुक्तेश्वर, धनोल्टी, मसूरी, नैनीताल सभी जगहों पर पहाड़ों में बर्फबारी नहीं होने से सन्नाटा छा रखा है, जिससे पर्यटन उद्योग पूरी तरीके से प्रभावित है।
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जल्द पहाड़ों में बारिश और बर्फबारी होगी, जिससे पर्यटक उद्योग में इजाफा होगा। किसानों को लाभ मिलेगा। प्राकृतिक स्रोत हैं, वह भी रिचार्ज होंगे, जिससे आने वाले गर्मी सीजन में पानी की दिक्कत ना हो।
मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि मसूरी में मौसम की बेरुखी के कारण पर्यटन उद्योग पूरी तरीके से ठप हो गया है, यहां पर पर्यटक ना के बराबर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि निचले इलाकों में कोड़ा और ठंड पड़ने के कारण भी लोग मसूरी नहीं पहुंच पा रहे हैं। इन दिनों मसूरी में बर्फबारी और बारिश हो जाती थी, जिससे लोग बर्फबारी का आनंद लेने आते थे, लेकिन इस बार बर्फबारी ना होने के कारण लोग काफी मायूस है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील सोनकर/रामानुज