नाबालिग ने ऑनलाइन गेम के लिए पिता के खाते से उड़ाये पौने दो लाख रुपये

 


नैनीताल, 24 अप्रैल (हि.स.)। उत्तराखंड के नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र स्थित एक गेमिंग स्टोर में एक नाबालिग ने रोजाना दो से तीन हजार का गेम खेलकर पिता के पौने दो लाख रुपये गंवा दिए। इस मामले में पुलिस ने बालक, उसके पिता और उसे ऑनलाइन गेम खिलाने वाले मल्लीताल के व्यवसायी की काउंसिलिंग कर इस समस्या का समाधान करने की कोशिश की।

तल्लीताल निवासी एक व्यक्ति ने सोमवार को अपना बैंक खाता चेक किया तो उसमें से करीब पौने दो लाख रुपये कटे देख वह स्तब्ध रह गये। इस संबंध में जब उसने घरवालों से जानकारी ली तो किसी ने कुछ नहीं बताया। बेटे पर सख्ती दिखाने पर सामने आया कि उसे ऑनलाइन गेमिंग की लत लग गई है। बीते जनवरी माह से वह वह रोजाना दो से तीन हजार खाते से निकालकर ऑनलाइन गेम खेलने मल्लीताल जाया करता था।

यह बात पता चलने के बाद पिता तल्लीताल व्यापार मंडल के अध्यक्ष मारुति नंदन साह के साथ मल्लीताल कोतवाली पहुंचे। आरोप लगाया कि मल्लीताल में ऑन लाइन गेम खिलाने वाले व्यवसायी ने बच्चे की लत को बढ़ावा दिया और घरवालों की अनुमति के बिना रोजाना उसके गेम के रिचार्ज करवाये। इस बीच पुलिस ने संबंधित व्यवसायी को भी कोतवाली बुला लिया और बिना परिजनों की अनुमति के रोजाना हजारों का ऑनलाइन गेम खिलवाने पर पुलिस ने उसे कड़ी फटकार लगाई। व्यवसायी ने 46 हजार रुपये का रिचार्ज कराने और 8500 रुपये जीएसटी वसूलने की बात स्वीकारी। जबकि बच्चे के पिता ने व्यवसायी पर बच्चे को सवा दो लाख रुपये का ऑनलाइन गेम खिलवाने का आरोप लगाया। साह का कहना था कि जिस तरह बच्चों को सिगरेट, तंबाकू आदि नहीं दिये जाते, उसी तरह ऑनलाइन गेम के रिचार्ज भी बिना माता-पिता की अनुमति के नहीं दिये जाने चाहिए।

कोतवाल हरपाल सिंह ने बताया कि किशोर के परिजनों ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं चाही। जिस कारण बच्चे की काउंसलिंग के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। वहीं ऑनलाइन गेम स्टोर संचालक को परिजनों की अनुमति के बाद ही गेम खिलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अभिभावकों से भी अपने बच्चों पर नजर रखने को कहा।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.नवीन जोशी/सत्यवान/रामानुज