देश की दो तहसीलों में होगा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम
-उत्तराखंड के जनपद पिथौरागढ़ के मनुस्यारी तहसील और कर्नाटक राज्य के हसन जिले के बेल्लूर तहसील में होगा
देहरादून, 18 दिसम्बर (हि.स.)। बेंगलुरु के प्रतिष्ठित एनआईएमएचएएनएस संस्थान के कन्वोकेशन सेन्टर में नमन कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। यह कार्यक्रम निमास बेंगलुरु एवं आश्रय हस्ता ट्रस्ट के सहयोग से व्यापक ग्रामीण मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के रूप में कियान्वित किया जायेगा।
यह प्रोजेक्ट उत्तराखंड के जनपद पिथौरागढ़ के मनुस्यारी तहसील और कर्नाटक राज्य के हसन जिले के बेल्लूर तहसील में सम्पादित किया जायेगा, जिसकी अवधि 03 वर्ष होगी। आयोजन के तहत उक्त तहसीलों की सम्पूर्ण जनसंख्या की मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी आवश्यकताओं को पूर्ण करने का निर्णय लिया गया है। यह कार्यक्रम मानव के सम्पूर्ण जीवन काल- गर्भावस्था से लेकर मृत अवस्था तक के मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन पर आधारित है। इस प्रोजेक्ट को तीन वर्ष की अवधि के अन्तराल में पूर्ण किया जायेगा।
एनआईएमएचएएनएस द्वारा इस कार्यक्रम को समग्र रूप से कियान्वित करने के लिये एक रोड मैप विकसित किया गया है। उत्तराखंड में इसके सफलतापूर्ण संचालन हेतु एम्स ऋषिकेश से भी सहयोग लिया जा रहा है। इसके लिये पूरे भारतवर्ष से मात्र दो तहसीलों का चयन किया गया है ,जिसमें से एक उत्तराखंड के जनपद पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तहसील दूसरा कर्नाटक के हसन जिले के बेल्लूर तहसील है।
डा. विनीता शाह, महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखंड ने सोमवार को जानकारी कि एनआईएमएचएएनएस बेंगलुरु एवं एम्स ऋषिकेश से डीपीसीपी डिप्लोमा प्राप्त उत्तराखंड के राजकीय चिकित्सकों ने सिलक्यारा टनल दुर्घटना के दौरान श्रमिकों के मानसिक एवं शारीरिक उपचार में एवं आपदाओं में महत्वपूर्ण एवं सराहनीय कार्य किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज