माता नंदा-सुनंदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में जोरदार प्रदर्शन के बाद अभियोग दर्ज
नैनीताल, 18 अक्टूबर (हि.स.)। माता नंदा देवी के महोत्सव के दौरान निकली कदली दलों की शोभायात्रा से संबंधित ‘शादाब नैनीताल’ द्वारा डाले गये एक वीडियो पर एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘छपरियों के डैड’ नाम की आईडी से माता नंदा-सुनंदा के लिये बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी। इससे हिंदू समाज की भावनाएं आहत हुई हैं और इसे लेकर नैनीताल में लगातार आंदोलन हो रहे हैं। बीते सोमवार के बाद आज पुनः इस मामले में में नगर में जुलूस निकला और पुलिस कोतवाली के सामने भी नारेबाजी कर प्रदर्शन किया गया। इसके बाद पुलिस ने आज आखिरकार इस मामले में करीब एक माह बाद अभियोग दर्ज कर लिया है।
इससे पूर्व आज शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने नगर में जुलूस निकालकर मल्लीताल कोतवाली में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस अधीक्षक को माइक के माध्यम से प्रदर्शनकारियों को शांत कराने के लिसे संबोधित करना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने आंदोलन का नेतृत्व कर अधिवक्ता नितिन कार्की की लिखित शिकायत पर अज्ञात के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता-2023 की धारा 196-1-ए एवं बी के तहत अभियोग दर्ज कर लिया है। जांच उप निरीक्षक दीपक सिंह को साैंपी गयी है।
विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से विवेक वर्मा, मनोज कुमार, किशोर ढैला, पंकज नैनवाल, सोनू बिष्ट, मनोज जोशी, मोहित साह, सागर भोज, अतुल पाल, लता दफौटी, बीना साह, कविता गंगोला, जीवंती भट्ट व आशा आर्या सहित दर्जनों अन्य लोग शामिल रहे।
गंभीर बात यह है कि मल्लीताल कोतवाली इस मामले को पहले ही साइबर सेल को भेज चुकी है और साइबर सेल धार्मिक विषय पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली सोशल मीडिया की संबंधित आईडी तक नहीं पहुंच पा रहा है।
इस मामले में नगर कोतवाल हरपाल सिंह का कहना है कि शिकायतकर्ताओं की ओर से शिकायत व आपत्तिजनक टिप्पणी के स्क्रीनशॉट के साथ संबंधित यूआरएल उपलब्ध नहीं कराया गया था और संबंधित टिप्पणी व संबंधित आईडी को संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डिलीट किया जा चुका है। इसलिये साइबर सेल संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से संबंधित आईडी की पहचान करवा रहा है, किंतु अभी तक वहां से कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है, इसलिये जांच में देरी हो रही है।
शिकायतकर्ता नितिन कार्की का कहना है कि शिकायत करने के बाद पुलिस ने स्वयं ही आपत्तिजनक कमेंट को डिलीट करवाया, जबकि मामला बढ़ने के बाद संबंधित आईडी को भी डिलीट कर दिया गया है। इसके बावजूद कार्की का दावा है कि उन्होंने संबंधित यूआरएल पुलिस को उपलब्ध कराया है, जो कि पुलिस उपलब्ध न होने का दावा कर रही है। बहरहाल, कार्की ने कहा कि अब तक मामले में प्राथमिकी दर्ज करने से बच रही पुलिस ने आज के विरोध-प्रदर्शन के बाद अज्ञात के विरुद्ध अभियोग दर्ज कर लिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी