नैनीताल में नंदा-सुनंदा की शोभायात्रा संपन्न, श्रद्धालुओं ने दी भावपूर्ण विदाई
नैनीताल, 15 सितंबर (हि.स.)। सराेवर नगरी में रविवार काे माता नंदा-सुनंदा की भव्य शाेभायात्रा श्रद्धालुओं के भारी उत्साह और भावुकता के साथ संपन्न हुई। करीब एक सप्ताह के प्रवास के बाद माता काे विदा करते हुए श्रद्धालुओं ने पुष्पों और अक्षतों की वर्षा की। 122वें महोत्सव के तहत निकली इस शोभायात्रा में श्रद्धालुओं का भारी उत्साह व भावपूर्ण समागम देखने को मिला।
महिलाओं में विशेष उत्साह देखा गया, जिन्हाेंने बेटी के विदा हाेने जैसे भाव प्रकट किए। नवयुवतियों के समूह हाथों में हाथ डाल झोड़ा नृत्य करते हुए शाेभयात्रा में शामिल हुए। माता के प्रति लोगों की आस्था का यह भी अनुपम उदाहरण रहा कि एक दशक पूर्व नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रहे एवं वर्तमान में महाराष्ट्र में डीआईजी के पद पर कार्यरत आईपीएस अधिकारी डॉ. सदानंद दाते भी सामान्य श्रद्धालु की तरह न केवल शोभायात्रा में शामिल हुए वरन माता के डोले को कंधा भी दिया। वर्तमान एसएसपी पीएन मीणा भी सपत्नीक शोभायात्रा में शामिल हुए।
मंडी परिषद के अध्यक्ष डॉ. अनिल कपूर डब्बू, साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव विमल चौधरी, सांसद प्रतिनिधि गोपाल रावत, विधायक सरिता आर्या जैसे कई अन्य गणमान्य भी शोभायात्रा में एक आम श्रद्धालु की तरह शोभायात्रा में पैदल चले। शोभायात्रा में श्रद्धालु भारी संख्या में भारी उत्साह के साथ शामिल एवं डोले को भी बारी-बारी से कंधा देते नजर आये।
इससे पूर्व दोपहर ठीक 12 बजे माता नंदा-सुनंदा की शोभायात्रा माता नयना के मंदिर में सजे पंडाल से डोले पर नगर भ्रमण के लिये निकलीं। इस दौरान नयना देवी मंदिर, मॉल रोड एवं तल्लीताल लेक ब्रिज चुंगी सहित अनेक स्थानों पर माता के डोले पर अक्षतों युक्त पुष्पों की वर्षा की गई। कई जगह शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को शीतल पेय, पानी, फल, आलू, चने, रायता आदि का प्रसाद वितरित किया गया। शोभायात्रा में आयोजक संस्था के आमंत्रण पर रामनगर का अखाड़ा एवं नैनीताल व रुद्रपुर के बैंड तथा छोलिया दल एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से दो छोलिया दल भी शामिल हुए।
शोभायात्रा में परंपरागत तौर पर सबसे आगे सफेद एवं सबसे पीछे लाल रंग के ध्वज भी शामिल रहे। शोभायात्रा का ड्रोन के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया। शोभायात्रा में श्रद्धालु माता नंदा की स्तुतियों व भजनों तथा ‘माता नंदा-सुनंदा की जै’ के साथ ‘जय श्री राम’ के जयकारे लगाते भी सुनाई दिये। घरों की बुर्जों और सड़क किनारे मां के दर्शन को उमड़ी महिलाएं और श्रद्धालु माता नंदा-सुनंदा की एक झलक देखने को बेताब हो पुष्पों, अक्षतों और चढ़ावे की वर्षा करती नजर आयीं। कई लोगों की आंखें इस मौके पर बेटी-बहन को विदा करने जैसे दुःख से नम भी नजर आयीं।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी