मंजूलता रावत ने लिया देहदान का संकल्प

 




देहरादून, 15 जनवरी (हि.स.)। देवभूमि विकास संस्थान के संरक्षक त्रिवेन्द्र सिंह रावत की उपस्थिति में पूर्व अध्यापिका मंजू लता रावत ने सोमवार को मकर संक्रांति के पावन अवसर पर दधीची देहदान समिति के माध्यम से देहदान का पुनीत संकल्प लिया।

इस मौके पर मंजू लता ने नर सेवा नारायण सेवा के भाव को प्रकट करते हुए कहा कि खुशी-खुशी उन्होंने देहदान का संकल्प लिया जो एक शिक्षक और हमारे सनातन धर्म का महान विचार है। इस श्रेष्ठ सोच के लिए पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुजुर्ग दंपति का शॉल और अयोध्या धाम की चुनरी से सम्मान किया।

इस अवसर पर मनोहर सिंह रावत के बेटा-बहू भी उपस्थित रहे। उनकी बहू ने भी देहदान को अच्छा कदम बताते हुई भविष्य में स्वयं भी इसका संकल्प लेने के लिए इच्छा जताई। फिलहाल उनके ओर से पूर्व में ही नेत्रदान का संकल्प ले लिया गया है।

पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस अवसर पर परिवार को इस पुनीत कार्य के लिए आगे आने के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी से नेत्रदान, अंगदान और देहदान का संकल्प लेने का भी आह्वान किया। पूर्व सीएम ने कहा की मृत्यु के पश्चात नश्वर शरीर को पंचतत्वों में मिलना है इसलिए जाते-जाते भी नेत्रदान, अंगदान और देहदान करके कुछ लोगों के जीवन में नए रंग और खुशियां भरना मानवता का कार्य है। पहले हम स्वयं से ऐसे कार्य के लिए संकल्पित होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैंने स्वयं अपनी दोनों पुत्रियों के साथ मिलकर नेत्रदान, अंगदान का संकल्प लिया है। पूर्व सीएम ने दधीची देहदान समिति इस कार्य के लिए प्रशंसा की।

पूर्व प्रधानाचार्य, अध्यक्ष-चंद्र कुंवर बर्त्वाल शोध संस्थान देहरादून, वरिष्ठ संरक्षक- भारतीय शिक्षण मंडल उत्तराखंड एवं वरिष्ठ न्यासी-शिवनाथ संस्कृत महाविद्यालय देहरादून मनोहर सिंह रावत की धर्मपत्नी और पूर्व अध्यापिका मंजु लता रावत है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

/रामानुज