चिकित्सा शिक्षा में पढ़ाई और शोध का प्रबंध: डॉ. धन सिंह
देहरादून, 24 फरवरी (हि.स.)। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह की ओर से थ्री-डी कैडेवियर यानी वर्चुअल रूपक के माध्यम से शिक्षा देने का निर्देश दिया है। अब चिकित्सा शिक्षा व पढ़ाई में छात्र वर्चुअल रूपक के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करेंगे जो निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। राजधानी देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज में अब मेडिकल के छात्र-छात्राएं वर्चुअल रियलिटी के माध्यम से पढ़ाई व शरीर का शोध कर सकेंगे।
दून मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा थ्री-डी कैडेवियर यानी वर्चुअल रूपक शव द्वारा प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई है जिसके जरिए अब सभी बिना किसी शव के वर्चुअल माध्यम से शरीर के अंगों को समझ सकेंगे। इस बात को लेकर दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा कि थी-डी कैडेवियर के जरिए मेडिकल के छात्रों को मानव शरीर की संरचना के बारे में सिखाया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि कैडेवियर यानी शव प्रशिक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज को उपलब्ध हो जाता था, लेकिन अब इसकी कमी आने की वजह से यह तकनीक निकाली गई है।
हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज