विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा पर कार्यशाला
चंपावत, 23 दिसंबर (हि.स.)। चंपावत में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित तीन दिवसीय समावेशी शिक्षा अभिमुखीकरण कार्यशाला का समापन हो गया। यह कार्यशाला जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) लोहाघाट में आयोजित की गई थी। समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
कार्यशाला के अंतिम सत्र को संबोधित करते हुए प्रभारी प्राचार्य डॉ. अविनाश शर्मा ने समावेशी शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से प्रत्येक बच्चे को उसकी क्षमता के अनुरूप सीखने का अवसर मिलता है। डॉ. शर्मा ने जोर दिया कि प्रशिक्षित शिक्षक ही विद्यालयों में समावेशी वातावरण का निर्माण कर सकते हैं।
समापन सत्र का संचालन वरिष्ठ प्रवक्ता शिवराज सिंह तड़ागी ने किया। इस दौरान जिला समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान, जसवंत पोखरिया ने जनपद में समावेशी शिक्षा के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों और नवाचारों की जानकारी साझा की।
प्रशिक्षण संयोजक नवीन उपाध्याय ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यशाला में शिक्षकों को दिव्यांग बच्चों के साथ कार्य करने की दक्षता विकसित करने के लिए विभिन्न गतिविधियों, समूह कार्य और व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। प्रवक्ता लता आर्या ने समावेशी शिक्षा में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी की भूमिका पर चर्चा की, जबकि डॉ. पारुल शर्मा ने केस स्टडी तैयार करने की प्रक्रिया समझाई।
प्रतिभागियों ने कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी, प्रेरक और व्यावहारिक बताया। समापन पर सभी ने विद्यालयों में समावेशी शिक्षा को प्रभावी ढंग से लागू करने का संकल्प लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी