आसमानी आफत से चमोली जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त, नंदानगर में भारी नुकसान
- नंदानगर में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंची राजस्व विभाग की टीम
- जिले में 37 लिंक मोटर मार्ग अवरूद्ध, गांवों का तहसील व ब्लॉक मुख्यालय से टूटा संपर्क
गोपेश्वर, 11 अगस्त (हि.स.)। चमोली जिले में पिछले दो-तीन दिनों से देर सायं से सुबह तक हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रात्रि में गर्जना के साथ हो रही वर्षा से लोग डरे सहमे हुए हैं। शनिवार रात नंदानगर घाट में हुई अतिवृष्टि के कारण भेंटी गांव के लोद तोक में गौशाला के क्षतिग्रस्त होने से एक भैंस की मौत हो गई। जबकि बांजबगड़ गांव के कठूडा तोक में दो आवासीय भवन तथा धुर्मा में दो पैदल पुलिया बह गई है।
रविवार को राजस्व विभाग की टीम ने नंदानगर क्षेत्र में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लिया है। वहीं जिले की 37 लिंक मोटर मार्ग भी अवरूद्ध हैं।
आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार रात नंदानगर के भेटी के लोद तोक में पूरण सिंह की गौशाला में बज्रपात से भैंस की मौत हो गई है। बांजबगड के कठूडा तोक में दामोदर प्रसाद और दुर्गादत्त मैंदोली का आवासीय भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। धुर्मा गांव में मोक्ष नदी पर बने दो पुलिया भी बह गई है। राजस्व विभाग की टीम ने पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया है। क्षेत्र में दो पुलिया बह जाने के कारण बगडवस्ती और रिखतोली गांवों का संपर्क कट गया है। संबंधित विभागों की ओर से सड़क सुचारू करने के लिए मशीन और मजदूरों को लगाया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल / कमलेश्वर शरण