नेता प्रतिपक्ष और प्रीतम सिंह ने दिया कार्यमंत्रणा समिति से इस्तीफा
देहरादून, 05 फरवरी (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कार्यमंत्रणा समिति से सोमवार को अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने अपने इस्तीफा में लिखा है कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में यूसीसी के लिए विशेष सत्र का हवाला देते हुए प्रश्नकाल और अविलम्बनीय लोक हित सूचनाओं को स्थगित करना कार्यसंचालन नियमावली का उल्लंघन है। इस तरह के अवैधानिक कार्य को कार्यमंत्रणा समिति में बहुमत के आधार पर पास किया जाना कदाचित उचित नहीं है। कार्यमंत्रणा समिति में इस तरह विपक्ष के पक्ष को न सुने जाने और कार्य संचालन नियमावली के नियमों और सदन की परम्पराओं की लगातार अनदेखी किये जाने की वजह से मैं कार्यमंत्रणा समिति से अपना त्याग-पत्र देता हूं।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि उत्तराखंड विधानसभा का वर्ष 2023 का द्वितीय सत्र जो 08 सितम्बर, 2023 के उपवेशन की समाप्ति पर अनिश्चितकाल के लिये स्थगित हो गया था, को सोमवार 05 फरवरी, 2024 से आहूत किया गया था। विधानसभा सचिवालय की अधिसूचना (संलग्नक-1) से ही स्पष्ट है कि इस सत्र को विशेष सत्र नहीं माना जा सकता क्योंकि सत्रावसान हुआ ही नहीं है।
इसके अतिरिक्त आपके निर्देशों के कम में सचिव, विधान सभा के आदेश से विधान सभा सचिवालय के पत्र संख्या 213,25 जनवरी (संलग्नक-2) के माध्यम से भी एक पत्र सभी सदस्यगणों को जारी किया गया है। जिसमें अविलम्बनीय लोक महत्व की सूचनाओं यथा नियम 53, 58, 299 एवं नियम 300 की सूचना को प्रत्येक उपवेशन को प्रातः 08:30 बजे से 09:30 बजे, 06 फरवरी, तक विधान भवन में लिये जाने के लिए कहा गया है। इसके बावजूद प्रश्न काल को नहीं लाया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज