उत्तराखंड: वंचित छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए मिलेगा अंतिम मौका
-शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को दिये निर्देश, प्रवेश से वंचित न रहे कोई छात्र
-समर्थ पोर्टल 27 अगस्त से 5 सितम्बर तक पंजीकरण को खुलेगा
देहरादून, 25 अगस्त (हि.स.)। उच्च शिक्षण संस्थानों में विभिन्न कारणों से प्रवेश लेने से वंचित रह गये छात्र-छात्राओं को प्रवेश के लिए आखिरी मौका दिया जायेगा। विभागीय अधिकारियों को आगामी 27 अगस्त से 5 सितम्बर तक पुनः समर्थ पोर्टल खोलने के निर्देश दे दिये गये हैं ताकि प्रवेश से वंचित छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पंजीकरण करा सकें।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश से किसी भी युवा को वंचित नहीं रखा जायेगा। उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद, सीबीएसई और अन्य बोर्डों की परीक्षाफल सुधार परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं, केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश से वंचित व अन्य कारणों से प्रवेश न ले पाने वाले स्नातक और परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए छात्र-छात्राओं की नामांकन के लिए अंतिम मौका दिया जाएगा। इसके लिये विभगाय अधिकारियों को आगामी 27 अगस्त से 5 सितम्बर तक दोबारा समर्थ पोर्टल खोलने के निर्देश दे दिये गये हैं।
मंत्री ने बताया कि उक्त समयावधि में प्रवेश से वंचित रह गये छात्र-छात्राएं समर्थ पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा सकेंगे और उच्च शिक्षण संस्थानों में स्नातक व परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश ले सकेंगे। प्रवेश से वंचित छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पंजीकरण में कोई समस्या न हो, इसके लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि राजकीय विश्वविद्यालयों में एकरूपता लाने के दृष्टिगत विगत वर्ष समर्थ गवर्नेंस पोर्टल को लागू किया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिये समर्थ पोर्टल पर अबतक स्नातक प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिये कुल 76030 छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। जिसके तहत कुमाऊं विश्वविद्यालय में 31101, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय 31326 तथा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में 13603 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इसी प्रकार परास्नातक प्रथम सेमेस्टर के लिए कुल 24895 छात्र-छात्राओं ने समर्थ पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराया है जिसमें कुमाऊं विश्वविद्यालय में 12249, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय 8193 तथा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में 4453 छात्र-छात्राएं शामिल हैं।
विभागीय मंत्री ने बताया कि कुल पंजीकरण के सापेक्ष अबतक परास्नातक कक्षा के लिये 9324 और स्नातक में 48251 छात्राओं ने प्रवेश लिया है। ल राज्य सरकार प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने के लिए संकल्पबद्ध है और इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन महाविद्यालयों में विश्वविद्यालयों में मानक अनुसार आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं और प्रवेश के लिए छात्र प्रतीक्षारत हैं। वहां आवश्यकतानुसार सांध्यकालीन कक्षाओं का भी संचालन किया जायेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / वीरेन्द्र सिंह