जौनसार बावर की पौराणिक संस्कृति की देश-दुनिया में अलग पहचान : पुष्कर सिंह धामी

 


- अध्यात्म और योग के साथ संस्कृति, साहित्य व कला की भी भूमि है उत्तराखंड : मुख्यमंत्री

- जौनसार बावर भवन निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ने की 2.50 करोड़ रुपये की घोषणा

- दो दिवसीय जौनसार बावर सांस्कृतिक महोत्सव का शानदार समापन

देहरादून, 25 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड अध्यात्म और योग के साथ संस्कृति, साहित्य व कला की भूमि भी है। राज्य ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर पर अगर कहीं पौराणिक लोक संस्कृति को जीवित रखने और संजोए रखने का कार्य प्रमुखता से किया गया है तो वो जौनसार बावर का क्षेत्र है। जौनसार बावर की पौराणिक संस्कृति की देश-दुनिया में अलग पहचान है।

कौलागढ़ स्थित अम्बेडकर स्टेडियम में जौनसार बावर सेवावृत्त कर्मचारी मंडल की ओर से आयोजित दो दिवसीय जौनसार बावर सांस्कृतिक महोत्सव के समापन पर रविवार को मुख्यमंत्री ने लोक कलाकारों का उत्साह वर्धन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जौनसार बावर भवन निर्माण के लिए 2 करोड़ 50 लाख रुपये देने की घोषणा की। कहा कि इस भवन का उपयोग जरूरतमंद छात्रों के अध्ययन के लिए भी किया जाए।

लोक संस्कृति से परिचित कराएगा सांस्कृतिक समारोह, बढ़ेगी सामाजिक समरसता

जौनसार बाबर के संस्कृति की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अनोखी संस्कृति को बचाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने के साथ प्रतिवर्ष ऐसे महोत्सव का आयोजन किया जाना चाहिए। सांस्कृतिक समारोह विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षित करने के साथ भावी पीढ़ी को लोक संस्कृति से परिचित कराएगा ही, सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का भी कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों से कलाकारों को भी एक मंच मिलेगा और उनकी कला को प्रोत्साहन भी। उन्होंने कहा कि हरीपुर में घाट निर्माण से उसके पौराणिक महत्व को भी पहचान मिलेगी। विकास नगर के विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री का आभार जताया।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/प्रभात