इंवेस्टर्स समिट में मोदी का आगमन विकास और रोजगार के लिए स्वर्णिम अवसर : महेंद्र भट्ट
-1500 महिला कार्यकर्ता करेंगी पुष्पवर्षा
देहरादून, 06 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इन्वेस्टर्स समिट और प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर प्रदेश में विकास और रोजगार के स्वर्णिम अवसर लाने वाला बताया। उन्होंने हरीश रावत के मौन उपवास पर तंज कसते हुए कहा कि तीनों राज्यों में प्रभारी पर्यवेक्षक बनाए जाने के बावजूद हारने पर कांग्रेस का मौन रहना ही उचित है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 8 दिसंबर को दून आगमन को लेकर महत्वपूर्ण बैठक ली। इसके पश्चात उन्होंने मीडिया से बातचीत में प्रधानमंत्री के समिट में शामिल होने को सौभाग्यशाली बताया।
भट्ट ने कहा कि अब तक 2.5 लाख करोड़ से अधिक के निवेश एमओयू हमारी सरकार ने हासिल किए हैं। साथ ही समिट में हजारों उद्योगपति और उनके प्रतिनिधि समिट में पहुंचने वाले हैं। प्रधानमंत्री का निवेशकों में सम्मान और देवभूमि की जनता के प्रति उनका लगाव इस आयोजन को शत प्रतिशत सफल और भव्यतम बनाने जा रहा है। यह निवेश राज्य में विकास की नई इबारत लिखेगा और युवाओं के लिए रोजगार के रिकॉर्ड अवसर सृजित करेगा। अब तक हुए एमओयू से स्पष्ट होता है कि पर्वतीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश होगा, जिससे यहां से पलायन की समस्या निर्णायक रूप से समाप्त होगी।
उन्होंने मोदी के स्वागत की तैयारियों को लेकर बताया कि 1500 महिला कार्यकर्ताओं की ओर से पुष्पवर्षा के साथ पार्टी के सभी विधायक और वरिष्ठ पदाधिकारी भी विभिन्न स्थानों पर उनके पहुंचने पर किया जाएगा। प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को लोक कलाकारों के माध्यम से उनके स्वागत में प्रस्तुत किया जाएगा। उनके आगमन से पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ 1.4 करोड़ उत्तराखंड वासियों में उत्साह का माहौल है।
हरीश रावत का मौन रहना ही सही-
इस दौरान पत्रकारों द्वारा पूर्व सीएम हरीश रावत के मौन उपवास को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब पर व्यंग्य करते हुए कहा कि अब उनके लिए मौन रहना ही उचित है। क्योंकि राज्य से पर्यवेक्षक और प्रभारी बना बना कर कांग्रेस नेताओं को इन तीन राज्यों में भेजा गया था और परिणाम सबके सामने हैं। लिहाजा उनके सामने बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है और सबका करारा जवाब महान जनता दे चुकी है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश
/रामानुज