मानवाधिकार संरक्षण एवं सुशासन के संवेदनीकरण पर 62 परिवादों की सुनवाई, सात का निस्तारण

 


गोपेश्वर, 12 सितंबर (हि.स.)। उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग के सदस्य गिरधर सिंह धर्मशक्तू और राम सिंह मीणा की खंडपीठ ने चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में मानवाधिकार संरक्षण एवं सुशासन के संवेदनीकरण पर परिवादों की सुनवाई के दूसरे दिन गुरुवार को 41 वादों की सुनवाई की। खंडपीठ ने पांच वादों का निस्तारण किया। इस दौरान चमोली, पौड़ी और रुद्रप्रयाग के वादों की सुनवाई हुई।

चमोली जिला पंचायत सभागार में उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग की ओर से आयोजित दो दिवसीय सुनवाई के दौरान कुल 62 परिवादों की सुनवाई की गई और सात वादों का निस्तारण किया गया। जबकि अन्य परिवादों के निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश दिए गए। इस दौरान मानवाधिकार आयोग के सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी, निबंधक (विधि) ब्रजेन्द्रमणी त्रिपाठी, अनु सचिव राजेंद्र झिंक्वांण, उप जिलाधिकारी कमलेश मेहता, नायब तहसीलदार दीप्ति शिखा आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल