अस्पतालों में महिला सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता, बनेगी मजबूत एसओपी : स्वास्थ्य सचिव
-स्वास्थ्य सचिव महिला सुरक्षा को लेकर गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को लिखेंगे पत्र
-सचिव दून अस्पताल पहुंच कर नर्स और स्टाफ के साथ मनाया रक्षाबंधन
देहरादून, 19 अगस्त (हि.स.)। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने कहा है कि अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों के क्रम में सुरक्षा को लेकर अस्पतालों के लिए एसओपी यानी गाइडलाइन में आवश्यक बदलाव किया जाएगा। इस संबंध में जल्द ही नई एसओपी जारी की जाएगी।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार सोमवार को रक्षाबंधन के मौके पर दून मेडिकल कालेज पहुंचे। जहां रेजीडेंट चिकित्सक, नर्सों और महिला कर्मचारियों ने उन्हें राखियां बांधी। इस मौके पर स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि दून मेडिकल कॉलेज में पुलिस चौकी खोलने की कवायद की जाएगी। इस संबंध में डीजीपी और गृह सचिव को पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कार्यरत महिला चिकित्सकों,नर्सों और कर्मचारियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। अस्पतालों में सुरक्षा के लिए जल्द ही एसओपी भी बनाई जाएगी।
महिला डाक्टरों, नर्स और महिला कर्मचारियों ने स्वास्थ्य सचिव से अस्पताल में रात्रि पाली में कार्य के दौरान सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। महिला कार्मिको का कहना है कि अस्पताल में एक महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी की 24 घंटे तैनाती की जाएं ताकि वो अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें। इस पर स्वास्थ्य सचिव ने सभी महिलाओं कार्मिकों को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया।
स्वास्थ्य सचिव ने महिला डॉक्टर या स्टाफ के द्वारा सुरक्षा को लेकर उठाए गए विषय पर आश्वास्त किया कि जल्द ही विभाग की तरफ से गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को पत्र भेज कर दून मेडिकल कॉलेज में पुलिस चौकी खोलने और पुलिस चौकी में महिला सिपाहियों के तैनाती करने की मांग की जाएगी,जिससे वहां पर ड्यूटी कर रहे स्टाफ को सुरक्षा मिल सके। स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक प्रदेश के सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य ढंग से चल रही हैं।
इस मौके पर स्वास्थ्य चिकित्सा निदेशक डा.आशुतोष सयाना ने कहा कि अस्पतालों में महिला सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाएंगे। इस मौके रेजीडेंट डाक्टरों ने कहा कि अस्पताल में कोलकत्ता की घटना के बाद डर का माहौल था लेकिन स्वास्थ्य सचिव के आश्वासन के बाद यह भय कम हुआ है।
दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने कहा कि आज उनके कॉलेज का महिला स्टाफ खुश है। क्योंकि रक्षाबंधन पर उन्हें उनके भाई स्वास्थ्य सचिव की तरफ से सुरक्षा का आश्वासन मिला है। दून मेडिकल कॉलेज में रेजीडेंट डॉक्टर ईशान सिंह ने कहा कि जिस तरीके से पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ घटना घटी है उसे पूरे देश में आक्रोश है।
इस दौरान डॉ आशुतोष सयाना, डॉक्टर गीता जैन, डॉ अनुराग अग्रवाल, डॉक्टर धनंजय डोभाल, डॉक्टर एमके पंत, डॉ अनिल जोशी, डॉ नितिन, डॉक्टर शिव, डॉ अंकुर पांडे, डॉ योगेश्वरी, दून मेडिकल कॉलेज के पीआरओ महेंद्र भंडारी के अलावा विनोद नैनवाल, प्रमोद मिश्रा, नवीन खंडूरी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / वीरेन्द्र सिंह