चिकित्सकों पर मेडिकल के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप, सीएमएस ने बैठाई जांच
हरिद्वार, 08 अगस्त (हि.स.)। सिविल अस्पताल रुड़की के चिकित्सकों पर मेडिकल के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है। शिकायत के आधार पर सीएमएस ने जांच कमेटी गठित कर दी है और मामले की जानकारी सीएमओ को भी दे दी है। मामला लगभग पांच दिन पुराना बताया गया है।
दरअसल, सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के जौरासी जबरदस्तपुर में नाली में पानी की निकासी को लेकर दो पक्षाें में पथराव, धारदार हथियार और लाठी-डंडों से खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें कुछ लोग घायल हुए थे। वहीं घायलाें के परिजन कोतवाली रुड़की से मेडिकल स्लिप लेकर एम्बुलेंस की मदद से रुड़की के सरकारी अस्पताल पहुंचे थे।
एक पक्ष से घायल के परिजन गुलाम मोहम्मद का आरोप है कि वह दोपहर तीन बजे अस्पताल पहुंचे थे और अपने घायल मरीज के मेडिकल के लिए चिकित्सकों से कहा, लेकिन कोई गौर नहीं किया गया। इसके बाद उन्हें कुछ युवक मिले जिन्होंने अपने आप को अस्पताल का स्टाफ बताया। युवकों ने चिकित्सकों के नाम पर 20 हजार रुपये मांगे और उसके बाद मेडिकल कराने की बात कही।
पीड़ित की मानें तो उन्हें यह मालूम नहीं था कि यह रुपये सरकारी फीस के हैं या रिश्वत है। उन्होंने एक-दूसरे से पैसे इकट्ठा कर 20 हजार रुपये युवकों को दे दिए। युवकाें ने उक्त रकम को चिकित्सकों तक पहुंचाया, तब जाकर रात लगभग 11 से 12 बजे के बीच उनके मरीज को मेडिकल उपचार दिया गया। वहीं गुलाम मोहम्मद को सुबह होते ही डॉक्टर द्वारा ठगी करने की बात का पता चला तो वे अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल के पास पहुंचे, जहां उन्होंने आप बीती सुनाई। इसके बाद सीएमएस ने उनसे लिखित शिकायत ली। सीएमएस डॉ. संजय कंसल का कहना है कि लिखित में शिकायत ली गई है। साथ ही मामले को लेकर सीएमओ को अवगत करवाया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए टीम गठित की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला / कमलेश्वर शरण