राज्यपाल ने लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी की पुस्तक का किया विमोचन
देहरादून, 28 नवम्बर (हि.स.)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने गुरुवार शाम को लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी की लिखित पुस्तक 'स्वालोविंग द सन' का विमोचन किया। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि यह पुस्तक मां को समर्पित है, जिसमें हमारे देश की बहुमूल्य सांस्कृतिक विरासत के साथ ही अपने विचारों और धारणा को कैसे मजबूत बनाएं इस पर भी प्रकाश डालती है।
इस मौके पर राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के किए गए आह्वान ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ के लिए आमजन का आह्वान करते हुए कहा कि हमें भी अपनी मां के लिए कुछ अवश्य करना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि इस उपन्यास के माध्यम से, उन्होंने न केवल अपनी विरासत का सम्मान किया है, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम की वैश्विक समझ में भी योगदान दिया है। रचनात्मक कहानी कहने के साथ ऐतिहासिक सटीकता को संतुलित करने की उनकी क्षमता सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि यह एक उपन्यास से कहीं बढ़कर है। यह कई मायनों में एक श्रद्धांजलि है- उन साधारण पुरुषों और महिलाओं को सलाम जिनके असाधारण साहस ने भारत की स्वतंत्रता की कहानी को आकार दिया। इस पुस्तक को पढ़ते हुए, मुझे व्यक्तिगत स्मृति, पारिवारिक इतिहास और राष्ट्रीय गौरव की कहानी मिली।
उन्होंने कहा कि हमारे युवा, जो भारत के भविष्य के संरक्षक हैं, उन्हें ऐसी कहानियां अवश्य पढ़नी चाहिए। उन्हें उन बलिदानों को समझने की ज़रूरत है, जिन्होंने हमारी आजादी को सुरक्षित किया। इसके साथ आने वाली जिम्मेदारियों को भी अपनी मजबूत महिला पात्रों के जरिए, यह किताब युवा महिलाओं को एक सशक्त संदेश भी देती है, जो उन्हें निडर होकर सपने देखने और निर्णायक रूप से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
राज्यपाल ने साहित्य और इतिहास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर पुस्तक की लेखिका लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी, राजदूत कमलेश शर्मा, डॉ. संजीव चोपड़ा आईएएस, प्रभा खैतान फाउंडेशन से अनंदिता चटर्जी व फिक्की फ़्लो से चारू चौहान उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार