आहरण वितरण अधिकारी पद पर शासन ने दिये निर्देश, अव्यवस्था नहीं थम रहीं

 


देहरादून, 18 मार्च (हि.स.)। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में अव्यवस्था थमने का नाम नहीं ले रही है। अब जहां छात्रों ने कुछ प्राध्यापकों पर अपने चहेतों को पास करने का आरोप लगाया है कि कुछ छात्रों ने परीक्षा पुस्तिकाओं में कुछ नहीं लिखा है, उन्हें भी पास कर दिया गया है वहीं उत्तराखंड शासन के अपर सचिव डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने कुलपति एवं कुलसचिव को पत्र लिखकर विभाग में आहरण वितरण अधिकारी के दायित्व निर्वहन के संबंध में दिशा निर्देश के अनुपालन का निर्देश दिया है।

इस संदर्भ में एक स्थानीय मीडिया ने इन छात्रों से बातचीत की है। उन्होंने इन कमियाें को दिखाया है। जिन छात्रों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने आरटीआई का हवाला दिया है और कहा है कि उन्हें ठीक जवाब नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने प्राध्यापक अजय विश्वकर्मा पर आरोप लगाए हैं। इन छात्रों में गौरव सिंह चौहान का नाम प्रमुख है जो बीएचएमएस का छात्र है।

दूसरी ओर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में आहरण वितरण अधिकारी पद पर चला संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब उत्तराखंड शासन के अपर सचिव डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने कुलपति एवं कुलसचिव को पत्र लिखकर विभाग में आहरण वितरण अधिकारी के दायित्व निर्वहन के संबंध में दिशा निर्देश के अनुपालन का निर्देश दिया है। अपर सचिव जोगदंडे ने कहा है कि अपर मुख्य सचिव वित्त अनुभाग छह उत्तराखंड शासन के पत्र संख्या 26 फरवरी के अनुसार शासन की वित्तीय हस्त पुस्तिका के नियमों के अनुसार अनुपालन आवश्यक है। वित्तीय हस्त पुस्तिका में व्यवस्था का अक्षरश: अनुपालन के निर्देश दिए गए हैं।

जोगदंडे की ओर से कहा गया है कि 28 फरवरी 2023 एवं उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिनियमावली 2015 में किये गए प्रावधानों का अक्षरश: अनुपालन आख्या तत्काल शासन को अवगत कराई जाए।

गौरतलब है कि कुलसचिव और मुख्य वित्त अधिकारी को आहरण वितरण अधिकारी बनाए जाने को लेकर अव्यवस्था चल रही थी, जिस पर अपर सचिव डॉ. जोगदंडे की ओर से यह निर्देश दिए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती