पूर्व मुख्यमंत्री हरीश बोले- खाली लिफाफा है सरकार का बजट, जनकल्याण के लिए कुछ नहीं

 


देहरादून, 28 फरवरी (हि.स.)। उत्तराखंड सरकार ने विधानसभा के पटल पर 89 हजार करोड़ का बजट पेश किया है। एक तरफ जहां सरकार इसे ऐतिहासिक बता रही है तो वहीं विपक्ष लगातार इस बजट पर सवाल उठा आ रहा है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ हरीश रावत का कहना है कि ये बजट एक खाली लिफाफा है। उन्होंने कहा, इस बार का बजट 89 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट है, लेकिन हकीकत में देखें तो इसमें विकास और जनकल्याण के लिए पैसा नहीं बचा है, क्योंकि एक हिस्सा कर्ज के भुगतान में जाएगा तो दूसरा हिस्सा कर्मचारियों का वेतन, भत्ता आदि के भुगतान में। इसमें करीब 55 हजार करोड़ से अधिक रुपया अनुत्पादक व्यय में जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, वित्त मंत्री ने कहा कि हम युवा, महिला, किसान व गरीब के लिए बजट लाएंगे, लेकिन चारों में से किसी के लिए बजट में कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि खास कर गैरसैंण जिसे ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया। इसको 20 करोड़ रुपये में निपटा दिया गया है और दिखाने की कोशिश की गई है कि सरकार ने जनकल्याण करने की कोशिश की है।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज