प्रधानमंत्री मोदी ने देवभूमि को दी 1052 करोड़ की सौगात, रुद्रपुर बाईपास से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच बेहतर होगी कनेक्टिविटी
- मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री का जताया आभार
देहरादून, 11 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय अंतर्गत द्वारका एक्सप्रेस समेत निर्माणाधीन एक लाख करोड़ से अधिक की 144 सड़क परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। वहीं उत्तराखंड में 1052 करोड़ की लागत से रूद्रपुर बाईपास का वर्चुअल शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रतिनिधि के तौर पर देहरादून आईआरडीटी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी वर्चुअल जुड़े।
कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि पहाड़ी राज्य के मेहनती लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने 1052 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 21 किलोमीटर रुद्रपुर बाईपास का शिलान्यास कर उत्तराखंड वासियों को बड़ी सौगात दी है। इसके लिए गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया।
देश के प्रमुख ऑटोमोबाइल हब में से एक है रुद्रपुर
कृषि मंत्री ने कहा कि यह बाईपास उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से गुजरेगा। इस बाईपास में दो आरओबी, छह छोटे पुल, फ्लाईओवर और दो रेलवे ऊपरगामी सेतु (आरओबी) एवं एक फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है। रुद्रपुर देश के प्रमुख ऑटोमोबाइल हब में से एक है। यहां उत्तराखंड सरकार की सबसे बड़ी एकीकृत औद्योगिक एस्टेट सिडकुल में है। रुद्रपुर में 1300 से अधिक कंपनियां है। परियोजना का निर्माण कार्य 12 जनवरी 2024 से प्रारंभ हो चुका है। पूर्ण किए जाने के लिए दो वर्ष की समयावधि निर्धारित है।
लॉजिस्टिक सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा, औद्योगिक और वाणिज्यिक सेक्टर का होगा विकास
इस परियोजना से रुद्रपुर शहर में यातायात की भीड़ कम होगी। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच बेहतर कनेक्टिविटी होगी। इससे लॉजिस्टिक सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा ही, औद्योगिक और वाणिज्यिक सेक्टर का भी विकास होगा। रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ सामाजिक और आर्थिक विकास होगा। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि अमृतकाल में उत्तराखंड के संपूर्ण विकास से जनजीवन में खुशहाली और तरक्की लाएंगे, यह नरेन्द्र मोदी की गारंटी है।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/वीरेन्द्र