गंगा बंदी से घाट हुए जल विहीन, श्रद्धालु हो रहे निराश
हरिद्वार, 26 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने दशहरे की रात से उत्तरी गंग नहर को बंद कर दिया है। गंग नहर की साफ-सफाई एवं अन्य कार्यों के लिए यूपी सिंचाई विभाग द्वारा प्रतिवर्ष दशहरे से दीपावली तक गंगा बंदी की जाती है। गंगा को बंद किए जाने से हरकी पैड़ी सहित तमाम गंगा घाट जल विहीन हो गए हैं। घाटों पर जल नहीं होने से गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आने वाले श्रद्धालु निराश हो रहे हैं।
गंगा में डुबकी लगाकर स्नान करने का धार्मिक महत्व है लेकिन बेहद कम जल होने के कारण लोग गंगा में डुबकी नहीं लगा पा रहे हैं। इससे जहां श्रद्धालु निराश हो रहे हैं। वहीं तीर्थ पुरोहित भी यूपी सिंचाई विभाग के प्रति नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। पुरोहितों का कहना है कि यूपी सिचाई विभाग को गंगा में डुबकी लगाने लायक जल छोड़ना चाहिए।
श्रद्धालु राजेंद्र एवं मणिकांत ने बताया कि उन्हें गंगा बंद होने की जानकारी नहीं थी। हरकी पैड़ी पर पर्याप्त जल नहीं देखकर निराशा हुई है। लोटे से स्नान करना पड़ा।
तीर्थ पुरोहित उज्जवल पंडित ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों और यूपी सिंचाई विभाग के बीच 1916 में हुआ समझौता है कि गंगा बंदी के दौरान हरकी पैड़ी पर डुबकी लगाने लायक जल छोड़ा जाएगा लेकिन सिंचाई विभाग समझौते का पालन नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर समझौते का पालन करने की मांग की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि यूपी सिंचाई विभाग द्वारा प्रतिवर्ष दशहरे से दीपावली तक गंगा बंद की जाती है। 24 अक्टूबर की रात से गंगा बंद करने के बाद छोटी दीपावली 11 नवम्बर को गंगा में जल छोड़ा जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रजनीकांत
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