सरस्वती विद्या मंदिर में धूमधाम से मनाया गया राज्य स्थापना दिवस

 


हरिद्वार, 09 नवम्बर (हि.स.)। भेल सेक्टर-2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में राज्य स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।

इस दौरान निबंध प्रतियोगिता, कला प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता एवम पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही विद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा पर्यावरण संरक्षण जागरूकता रैली का आयोजन भी किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने वर्चुअल रूप से सभी छात्र-छात्राओं को उत्तराखंड स्थापना दिवस बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखंड प्राकृतिक सुंदरता की भूमि है, जो बर्फ से ढके पहाड़ों, हरे-भरे जंगलों और चमचमाती नदियों से भरी है। चार धाम सहित कई पौराणिक मंदिर उत्तराखंड में स्थित हैं। इसलिए उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है।

विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य प्रवीण कुमार ने देवी सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और संचालन मनीष खाली ने किया। मनीष ने कहा कि अलग राज्य की मांग को लेकर वर्षों चले आंदोलन के बाद 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड को देश का 27वां राज्य घोषित किया गया।

आचार्य नंदन सिंह ने कहा कि उत्तराखंड स्थापना दिवस सिर्फ अपने अतीत का जश्न मनाने के बारे में नहीं है। यह भविष्य की ओर देखने के बारे में भी है। इस दिन मेहनती पुरुषों और महिलाओं, किसानों, सैनिकों, शिक्षकों, कलाकारों और उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करें जिन्होंने उत्तराखंड को एक अद्भुत राज्य बनाने में योगदान दिया।

हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज