पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा से मांगा पाकिस्तान का जासूस हाेने का प्रमाण

 


धरने पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भाजपा की आई सेल पर बरसेअटलजी से सामाजिक साैहार्द बनाने की सीख ले भाजपा: हरीश रावत

देहरादून, 25 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत मार्च कर भाजपा कार्यालय पहुंचे और अटलजी काे श्रद्धांजलि दी। इसके बाद हरीश रावत ने भाजपा कार्यालय में धरना देकर भाजपा से खुद के पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का प्रमाण मांगा। उन्हाेंने भाजपा काे नसीहत देते हुए कहा कि स्वर्गीय अटलजी से भाजपा काे सीख लेनी चाहिए कि कैसे सबको साथ लेकर सामाजिक सौहार्द बनाया जाता है।

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत गुरुवार काे 1 बजे से अपना मार्च शुरू कर भाजपा कार्यालय की ओर चले। उनका यह एकांकी कार्यक्रम था, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता भी उनके साथ चले। इसी बीच पुलिस की बेरिकेडिंग पार करते हुए हरीश रावत भाजपा मुख्यालय पहुंचे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि व नमन किया। इस माैके पर रावत ने कहा कि भाजपा के दोस्तों, आप मेरी सार्वजनिक छवि को खराब करने के लिए झूठ बोलते हो। सब मिलकर बोलते हो, नीचे से ऊपर तक। चुनौती देने पर प्रमाण देते नहीं हो। इसलिए मैं आज आपसे प्रमाणपत्र मांगने आया हूं। आपके छद्म तौर पर संचालित किये जा रहे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर मुझे पाकिस्तान के लिए जासूसी करना व राष्ट्रद्रोही दिखाया गया है। मेरे प्रति नफरत आधारित हिंसा को प्रोत्साहित किया गया है। प्रमाण दो कि मैं पाकिस्तान का जासूस हूं।

रावत ने कहा कि आज की भाजपा को स्वर्गीय अटलजी से सीख लेनी चाहिए कि कैसे सबको साथ लेकर सामाजिक सौहार्द बनाया जाता है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कृत्रिम मेघा का दुरुपयोग कर मेरी छवि इस प्रकार प्रस्तुत की है, जिससे राज्य का सामाजिक सौहार्द बिगड़े व उसका मैं केंद्र बिंदु मै बनूं। आपके आईटी सेल उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष ने अपने आधिकारिक पेज में वह पाेस्ट डालकर प्रचारित-प्रसारित किया है, आपने जो दिखाने का प्रयास किया है, वैसा मैंने कहां किया, उसका प्रमाण दो। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2017 में आपने मेरे नेतृत्व वाली सरकार पर आरोप लगाया कि हमने शुक्रवार के दिन नमाज पढ़ने के लिए राज्य के सरकारी कार्यालयों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया। जबकि आप व प्रधानमंत्री जानते हैं कि कोई भी सरकार किसी धर्म के त्योहार का अवकाश तो घोषित कर सकती है, परंतु धर्म विशेष की प्रार्थना के लिए छुट्टी घोषित नहीं कर सकती है। फिर भी आप सबने मिलकर झूठ फैलाया और अभी तक कथित छुट्टी का गजट नोटिफिकेशन नहीं दिखाया है और राज्य में कहां व किस कार्यालय में शुक्रवार को छुट्टी हुई है या हो रही है, अभी तक प्रमाण नहीं दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ विनोद पोखरियाल