पहली बार नैनीताल में दिखा दुर्लभ प्रजाति का ‘ब्राह्मणी ब्लाइंड स्नेक’
नैनीताल, 26 नवंबर (हि.स.)। नैनीताल में पहली बार एक दुर्लभ प्रजाति का ‘ब्राह्मणी ब्लाइंड स्नेक’ प्रजाति का सांप पाया गया है। इसे नगर के नारायण नगर स्थित हिमालयन बॉटनिकल गार्डन में वन बीट अधिकारी अरविंद कुमार ने बगीचे में देखा और कैमरे में कैद किया। यह सांप करीब सात इंच लंबा है और पहली नजर में केंचुए जैसा दिखता है।
अरविंद कुमार ने बताया कि पहले उन्होंने इसे केंचुआ समझा, क्योंकि सामान्यतया यह कैंचुआ जैसा ही और उतना ही लंबा व मोटा होता है, लेकिन इसके शरीर में कैंचुवे की तरह छल्ले नहीं होते हैं। उन्होंने मुंह खोलने और हिलने-डुलने के तरीके से इसके सांप होने की पुष्टि की। बताया गया है कि यह ब्राह्मणी ब्लाइंड स्नेक मूलतः दक्षिण अफ्रीका में पाया है। यह जहरीला नहीं होता और सामान्यतया गीली मिट्टी, खाद, पत्थरों और लकड़ियों के नीचे पाया जाता है। इसकी लंबाई चार से नौ इंच तक हो सकती है। यानी यह अंगुलियों से पकड़ा जा सकता है और करीब-करीब अंधा होता है। इसलिये इसे ब्लाइंड स्नेक कहते हैं। यह सांप अपनी विशिष्ट बनावट के कारण अक्सर कैंचुवे जैसा दिखने का भ्रम पैदा करता है।
उन्होंने कहा कि इसके हिमालयन बॉटनिकल गार्डन में पाये जाने से यहां की जैव विविधता और भी समृद्ध हुई है। गार्डन के अधिकारी इसे स्थानीय पर्यावरण की अनुकूलता और संरक्षण के महत्व का प्रमाण भी मान रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी