सम्मेलन में बोले विशेषज्ञ, पर्यावरण के लिए हर जीव महत्वपूर्ण
देहरादून, 21 मार्च (हि.स.)। विशेषज्ञों ने अंतरराष्ट्रीय वन दिवस पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में गुरुवार को आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि धरती का हर जीव पर्यावरण संरक्षण में अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने बताया कि दीमक से लेकर मधुमक्खियां तक इसकी स्थिरता बनाए रखने में योगदान देती हैं।
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में वन और नवाचार-
बेहतर दुनिया के लिए नए समाधानों पर राष्ट्रीय सम्मेलन आज शुरू हो गया है। सम्मेलन में मुख्य अतिथि उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. धनंजय मोहन ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या, बदलती जीवन शैली व प्रदूषण जैसे कारणों से पारिस्थितिकी तंत्र में बड़े बदलाव आ रहे हैं। आने वाली पीढ़ियों के लिए इसका संरक्षण करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जैव विविधता संरक्षण के लिए कृषि वानिकी, एक्स सीटू और इन सीटू जैसे प्रबंधनों को बढ़ावा देकर ही प्रकृति और हमारे बीच का संतुलन बना रहेगा।
सम्मेलन में कुलपति डॉ. नरपिंदर सिंह ने कहा कि वनों की निगरानी और प्रबंधन के लिए ड्रोन और जियोग्राफिक इनफार्मेशन सिस्टम जैसी तकनीकें उपयोगी साबित हो रही हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए शहरों में भी पौधारोपण, वन उद्यान और हरित संरचनाएं अपनानी चाहिए।
दो दिवसीय सम्मेलन में आज पहले दिन 30 से ज्यादा शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। इस मौके पर पौधारोपण का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी ने उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड के सहयोग से किया। कार्यक्रम में नोडल अधिकारी वन संरक्षण देहरादून के रंजन कुमार मिश्रा, उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड के पूर्व सदस्य सचिव एस. एस. रसाइली, ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी की डीन लाइफ साइंसेज प्रो. प्रीति कृष्णा, एचओडी डॉ. मनु पंत, डॉ. यशस्वी सिंह और डॉ. प्रमोद रावत भी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज