महंत इन्दिरेश अस्पताल में एंट्रोस्काेपी जांच से मरीज़ की छोटी आंत की बीमारी का सफल उपचार

 


देहरादून, 24 फरवरी (हि.स.)। महंत इन्दिरेश अस्पताल में एक मरीज़ की छोटी आंत का सफल ऑपरेशन किया गया। मरीज़ की छोटी आंत में अल्सर (स्माॅल बाॅल अल्सर) की परेशानी थी। इस बीमारी की वजह से रक्तस्त्राव व शरीर में खून की कमी हो जाती थी। इस कारण मरीज़ को बार बार खून चढ़ाना पड़ता था। एंट्रोस्काेपी एक विशेष प्रकार की दूरबीन जांच है जो छोटी आंत में अति सूक्ष्म परीक्षण कर छोटी आंत की बीमारियों का पता लगाने में कारगर है।

देहरादून निवासी 50 वर्षीय मरीज को बार बार खून चढ़ाने की आवश्यकता पड़ रही थी, लेकिन शरीर में खून कम होने का सही कारण पता नहीं लग पा रहा था। महंत इन्दिरेश अस्पताल के पेट रोग विभाग में मरीज़ को लाए जाने पर अस्पताल के पेट रोग विशेषज्ञ डाॅ. अक्षय रावत ने मरीज़ की एंट्रोस्काेपी जांच की।

यह मामला इसलिए भी विशेष है क्योंकि 6 मीटर लंबी छोटी आंत की जांच के लिए एंट्रोस्काेपी एक एडवांस श्रेणी की मेडिकल जांच है, जो महंत इन्दिरेश अस्पताल में उपलब्ध है। जांच में मरीज़ के रोग की पुष्टि होने पर उपचार जारी है। यदि समय रहते रोग का पता नहीं चल पाता तो मरीज़ की छोटी आंत का ऑपरेशन करना पड़ सकता था।

महंत इन्दिरेश अस्पताल के गैस्ट्रोइंट्रोलाॅजी विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डाॅ. अमित सोनी ने बताया कि कई मामलों/स्थितियों में जब एंट्रोस्कोपी उपलब्ध नहीं होती है,तो मरीजों को केवल निदान के लिए सर्जरी (इंट्राऑपरेटिव एंडोस्कोपी) करानी पड़ती है। सामान्य एंडोस्कोपी की तुलना में, एंट्रोस्कोपी एनेस्थीसिया देकर की जाती है और प्रक्रिया को पूरा होने में एक से दो घण्टे लगते हैं।

महंत इन्दिरेश अस्पताल के पेट रोग विशेषज्ञ डाॅ. अक्षय रावत ने बताया कि छोटी आंत में अल्सर के उपचार के लिए विशेष उपकरणों की आवश्यकता होती है। महंत इन्दिरेश अस्पताल में यह सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को दिल्ली, चण्डीगढ़ या मैट्रो शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है।

हिन्दुस्थान समचार/राजेश/रामानुज