क्षेत्रीय आर्थिक विकास के मुद्दों पर अनुसंधान को बढ़ावा देने पर जोर, चुनौतियों व समाधान के बारे में बताया

 


देहरादून, 18 मई (हि.स.)। डीएवी पीजी महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग की ओर से शनिवार को ''अनुसंधान पद्धति: क्षेत्रीय आर्थिक विकास के मुद्दों पर अनुसंधान को बढ़ावा'' विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार ने क्षेत्रीय आर्थिक विकास में असमानताओं के बारे में विस्तार से समझाया।

मुख्य वक्ता दून विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष और स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज के डीन प्रो. आरपी ममगांई ने क्षेत्रीय असमानताओं की चुनौतियों व समाधान के विषय में विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने अर्थशास्त्र में कैरियर के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। साथ ही हिमालयी राज्यों में प्रति व्यक्ति आय में भारी अंतर के कारण भी बताए। अतिथि वक्ता ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग की प्रोफेसर आशुलेखा गुप्ता ने अर्थशास्त्र में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में होने वाले शोध तथा डेटा विश्लेषण में प्रयोग होने वाले सॉफ्टवेयर के प्रयोग करने के विभिन्न तरीकों पर अपने विचार रखे।

अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्ष प्रो. देवना जिंदल शर्मा ने कहा कि भविष्य में विभाग इस प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियां करता रहेगा। कार्यशाला का संचालन प्रो. शिखा नागलिया शर्मा ने किया। इस दौरान प्रो. जीवन प्रकाश मेहता, रचना दीक्षित, वीबी चौरसिया, अल्पना निगम, सविता चौनियाल महत्वपूर्ण भूमिका में रहे। शोधकर्ताओं , राकेश सिंह, रविन्द्र यादव और राधा त्रिपाठी ने कार्यशाला में बढ़-चढ़कर भागीदारी की।

इस अवसर पर उप प्राचार्य प्रो. एसपी जोशी, मुख्य नियंता प्रो. एमएम जसल, मृदुला शर्मा, ओनिमा शर्मा, अर्चना पाल समेत शिक्षक-शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राएं आदि थे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज