हड़ताल के कारण जिले के अस्पतालों में ठप रही स्वास्थ्य सेवाएं

 


नई टिहरी, 17 अगस्त (हि.स.)। कलकला के एक अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक के साथ हुई दरंदगी के विरोध में जिलेभर में भी चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ ने 24 घंटे की हड़ताल पर रहे। उन्होंने कैंडल मार्च निकाल कर प्रदर्शन कर दोषियों को फांसी देने और अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। हड़ताल के कारण अस्पताल में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। अस्पताल आए मरीज उपचार को भटकते रहे।

जिला अस्पताल बौराड़ी में कार्यरत डॉक्टर,नर्सिंग अधिकारी,फार्मासिस्ट,एएनएम,वार्डवाय,चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी,उपनल कर्मी,एनएचएम कर्मी,आशा कार्यकर्ता सहित समस्त पैरामेडिकल स्टॉफ ने गणेश चौक तक मार्च निकालकर प्रदर्शन किया। उन्होंने अस्पताल परिसर में कैंडल मार्च निकाल कर दरंदगी का शिकार हुई महिला चिकित्सक को श्रद्धांजली दी। उन्होंने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की। शनिवार सुबह 6 बजे से सभी चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ 24 घंटे की हड़ताल रहे। एमरजेंसी को छोड़कर सभी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रही।

जिला अस्पताल में दूर-दराज से आए मरीज उपचार के लिए भटकते रहे। इस मौके पर डॉ.अमित राय, डॉ.राखी गुसाईं, डॉ.नीरज कडदम, डॉ.जाफिर, डॉ.रूबि जोशी, आरएस रांगड़, विनोद सकलानी, लोकेंद्र पंवार,देववंती डबराल, बीना शाह, मंगल लाल आर्य, सुधा पांडे,कुसुम रावत, रेखा रावत, लक्ष्मी आर्य,सुरेंद्र थलवाल, दीपक चौहान,जीतराम आदि मौजूद थे।

सीएचसी हिंडोलाखाल,प्राथमिक केंद्र जामणीखाल,पौड़ी खाल, देवप्रयाग में डॉक्टरों ने ओपीडी बंद रखकर कार्यबहिष्कार किया।

सीएचसी की प्रभारी डॉ.अंजना गुप्ता ने बताया कि ओपीडी पूरी तरह बंद रही। इसके साथ ही सीएचसी बेलेश्वर,चौंड़, मदन नेगी,कंडीसौड़,चंबा,नरेंद्रनगर, पीएचसी नंदगांव,पिलखी, प्रतापनगर, थत्यूड़,नैनबाग समेत जिले के समस्त अस्पतालों कार्यरत चिकित्सक,पैरामेडिकल स्टाफ हड़ताल पर रहे। उन्होंने काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप डबराल / राजेश कुमार