आक्रोशित ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का किया ऐलान
चंपावत, 23 मार्च (हि.स.)। गांव सुई के ग्रामीणों ने शनिवार को पंपिंग पेयजल योजना की पाइपलाइन नहीं बदले जाने पर आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने जल संस्थान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है।
ग्रामीणों ने जल संस्थान के अधिकारियों से जंग लगा लाल पानी आने की कई बार शिकायत की। हालांकि जल संस्थान के अधिशासी अभियंता बिलाल यूनुस ने ग्रामीणों को जल्द पेयजल के पाइप बदलने का आश्वासन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर नाराज ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में भी शिकायत की। वहां से भी कोई राहत नहीं मिली। तब आक्रोशित ग्रामीणों ने जल संस्थान और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया।
आक्रोशित महिलाओं ने बताया कि उन्हें हर तीसरे दिन मात्र 15 मिनट गंदा पानी दिया जा रहा है, जिसके कारण क्षेत्र में कई बच्चे और बुजुर्ग पीलिया और टाइफाइड की चपेट में आ गए हैं। महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके पास मवेशियों को पिलाने तक के लिए पानी नहीं है।
ग्रामीणों ने ऐलान करते हुए कहा कि सुई गांव का कोई भी ग्रामीण 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करेगा। कोई भी ग्रामीण बूथ में नहीं जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और जल संस्थान की होगी।
प्रदर्शन करने में उप ग्राम प्रधान योगेश ओली, अन्नू गहतोड़ी, हिमेश, महेश तलनिया, मन्नू ओली, पंकज ओली ,राजेश, बबीता, हेमा ,मुन्नी खर्कवाल,बसंती ओली ,जानकी देवी, हेमा देवी, पुष्पा देवी सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव मुरारी/सत्यवान/रामानुज