ग्रामीणों की आपत्ति के बाद रोका पेयजल योजना का कार्य

 


गोपेश्वर, 26 फरवरी (हि.स.)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर से लगे गंगोल गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को गिमगिन्या तोक के प्राकृतिक स्रोत से देवर खड़ोरा गांव की जलापूर्ति के लिए बनायी जा रही पेयजल लाइन का विरोध किया और निर्माण कार्य बंद किए जाने की मांग को लेकर सोमवार को अधिशासी अभियंता जल निगम को ज्ञापन सौंपा।

महिला मंगल दल अध्यक्ष सुशीला रावत ने कहा कि गांव के गिमगिन्या तोक से प्राकृतिक स्रोत से पेयजल योजना अगर देवर खडोरा गांव के लिए संचालित होती है तो भविष्य में गंगोल गांव, सगर गांव पर पेयजल संकट मंडरा सकता है। उन्होंने कहा कि देवर खडोरा गांव के लिए बिछाई जा रही पेयजल लाइन को बंद किए जाने को लेकर पूर्व में जिलाधिकारी और विभागीय अधिकारियों पत्राचार के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि इसी संबंध में सोमवार को ग्रामीणों के शिष्ट मंडल ने अधिशासी अभियंता से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

इस अवसर पर सुशीला रावत, शशि देवी, माला रावत, सुनीता, सरिता, विनीता, भारती, माहेश्वरी देवी, बीना देवी, संगीता देवी, मीना देवी, राजी देवी, अरविंद, गजेंद्र सिंह, हरीश रावत, पुष्कर, सतेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।

इधर, पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता विनय कुमार जैन ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर गंगोल गांव, सगर गांव के गिमगिन्या तोक से जिस प्राकृति स्त्रोत से देवर खडोरा गांव के लिए पेयजल लाइन बिछाई जा रही थी, जिस पर विवाद के चलते कार्य को रोक दिया गया है। विवाद सुलझने के बाद ही आगे पेयजल योजना पर कार्य किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश/रामानुज