पश्चिम बंगाल का मुख्य सचिव बने डॉ. पंत, माने जाते हैं वित्तीय मामलों के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ

 


- आईआईटी रुड़की में गोल्ड मेडलिस्ट डाॅ. पंत ने कुविवि के डीएसबी परिसर नैनीताल से ली है उच्च शिक्षा

- उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं डाॅ. पंत, कुमाऊं विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल

नैनीताल, 03 सितंबर (हि.स.)। कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर के पूर्व छात्र एवं 1991 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. मनोज पंत पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव बनाए गए हैं। इस उपलब्धि पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों के साथ पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है।

डॉ. पंत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के मूल निवासी हैं। उन्होंने कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर नैनीताल से उच्च शिक्षा प्राप्त की है। इसके बाद 1990 में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वे 1991 बैच के आईएएस अधिकारियों की सूची में शामिल हुए और उन्हें पश्चिम बंगाल कैडर आवंटित किया गया था। डॉ. पंत ने बंगाल के 24 परगना सहित कई जिलों में जिलाधिकारी के रूप में सेवाएं दी है। वे वित्तीय मामलों के अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ भी माने जाते हैं और भारत सरकार के कैबिनेट सचिवालय में पदेन प्रधान सचिव व वित्त विभाग के साथ विश्व बैंक में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे आईआईटी रुड़की से मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी में गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं। उन्होंने अमेरिका के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री भी प्राप्त की है। कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ कूटा के अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी ने कहा कि उनकी इस उपलब्धि ने उत्तराखंड और कुमाऊं विवि का मान और भी बढ़ा दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी