प्रधानमंत्री आवास नगरीय व ग्राम सड़क योजना की डी श्रेणी पर नाराजगी

 


- उपाध्यक्ष ने की समीक्षा, बीस सूत्री माह दिसंबर 2024 की परखी प्रगति

- टिहरी प्रथम, देहरादून द्वितीय, बागेश्वर तृतीय तो अल्मोड़ा अंतिम स्थान पर

देहरादून , 24 फरवरी (हि.स.)। राज्य स्तरीय बीस सूत्री कार्यक्रम एवं कार्यान्वयन समिति उत्तराखंड के उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला ने प्रधानमंत्री आवास नगरीय व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सभी जनपदों को न्यून प्रगति अर्थात 'डी' श्रेणी होने पर चिंता जताई। रैंकिंग के अनुसार जनपद टिहरी प्रथम, देहरादून द्वितीय तथा जनपद बागेश्वर तृतीय स्थान पर है। जनपद अल्मोड़ा अंतिम स्थान पर रहा। उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद बीस सूत्री माह दिसंबर 2024 की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।

उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक हुई। बीस सूत्री कार्यक्रमों को ब्लाक तक अनुश्रवण कर विकास खंडों को रैंकिंग किए जाने की प्राथमिकता महसूस की गई। ब्लाक स्तरीय फ्रेमवर्क में ध्वजवाहक सतत् विकास व आकांक्षी विकास खंडों के मुख्य निष्पादन संकेतक जोड़े गए हैं। कुल 110 संकेतक चिन्हित किए गए हैं।

अब नोडल अधिकारी प्रविष्ट कर सकेंगे मासिक प्रगति रिपोर्ट

एनआईसी राज्य इकाई के सहयोग से विकसित बीस सूत्री कार्यक्रम के नवनिर्मित वेब एप्लीकेशन का प्रस्तुतीकरण किया गया। इसमें अब सीधे मासिक प्रगति रिपोर्ट जनपदों के विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी प्रविष्ट करेंगे। प्रत्येक संकेतक के डाटा प्रमाणीकरण का कार्य विभागाध्यक्ष स्तर से किया जाएगा। इसके लिए सभी जनपदों के अधिकारियों व राज्य मुख्यालय के लिए पृथक-पृथक आईडी व पासवर्ड निर्धारित किए जाएंगे। डैशबोर्ड के माध्यम से जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी बीस सूत्री कार्यक्रम की डाटा एंट्री व वेलिडेशन की प्रगति की माॅनिटरिंग कर पाएंगे।

अब ऑनलाइन फीड की जाएगी योजनाओं की सूची

प्रस्तुतीकरण देते हुए शोध अधिकारी जेसी चदोला ने बताया कि पूर्व माह की प्रगति के आधार पर 33 योजनाओं की सूची भी अब ऑनलाइन फीड की जाएगी। इमें जिला, विकास खंड व पंचायत स्तर के फिल्टर लगाए गए हैं। इससे बीस सूत्री कार्यक्रम समिति के गैर सरकारी महानुभाव व टास्क फोर्स अधिकारी सीधे ऐप के माध्यम से योजनाओं की सूची प्राप्त कर स्थलीय सत्यापन कर पाएंगे।

बीस सूत्री फ्रेम में रैंकिंग में जोड़े जाएंगी 11 योजनाएं

संयुक्त निदेशक टीएस अन्ना ने बताया कि बीस सूत्री फ्रेम में 11 योजनाओं को रैंकिंग में शासन के निर्देशानुसार जोड़ा जाना है। इससे प्राप्त डाटा का उपयोग सतत् विकास लक्ष्यों के सूचकांक बनाए जाने में किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/प्रभात