धामी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बनाया मजबूत, मंत्री प्रेमचंद बोले- गरीब मरीजों को भी तवज्जो दें डाॅक्टर

 


- नेशनल डाक्टर्स डे पर सम्मानित किए गए 22 डॉक्टर और 13 संस्थाओं के प्रतिनिधि

देहरादून, 01 जुलाई (हि.स.)। नेशनल डॉक्टर्स डे पर सोमवार को सहारनपुर चौक स्थित एक सभागार में उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन व विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं पर विचार गोष्ठी एवं चिकित्सा सेवा सम्मान-2024 का आयोजन किया गया। इसमें 22 चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही 13 संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने नेशनल डॉक्टर्स-डे की शुभकामनाएं दी और कहा कि मैं डॉक्टरों को सम्मान देते हुए खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं। ये वे डॉक्टर हैं, जो मरीजों की सेवा कर उनके और उनके परिजनों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे में सुधार करने और डॉक्टरों को सम्मान सुनिश्चित कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की अटूट प्रतिबद्धता को हम सलाम करते हैं। उन्होंने डाॅक्टरों से अपील की कि मानवता के नाते गरीब मरीजों को भी पूरी तवज्जो दें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के दिशा-निर्देशों में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में तेजी से काम किया जा रहा है। राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। राज्य कैबिनेट ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए सेवा विस्तार कर रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी है। उन्होंने डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा कि मरीजों के साथ अच्छे से पेश आएं। दवा के साथ अगर मरीज के साथ मानवता भरा व्यवहार रहता है तो उसको जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलती है।

सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि डॉक्टरों के अच्छे व्यवहार से मरीजों की आधी बीमारी ठीक हो जाती है। डॉक्टर हर वक्त मरीजों के लिए जीते हैं। चिकित्सा शिक्षा के निदेशक व दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आशुतोष सयाना ने कहा कि डॉक्टर दूसरों की सेवा करने का लक्ष्य लेकर काम करते हैं। उनकी यह सेवा सैकड़ों लोगों की चेहरे पर मुस्कान लाती है। यह सम्मान उन्हें हर कदम पर प्रोत्साहित करेगा। सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के निदेशक ललित जोशी ने कहा कि स्वस्थ जीवन हर किसी की प्रियोरिटी लिस्ट में टॉप पर होता है। सेहत सबसे बड़ी पूंजी है। डाॅक्टर को भगवान का दर्जा मिला हुआ है। कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव राकेश बिजल्वाण ने किया।

विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन के संरक्षक डॉ. एसडी जोशी ने संस्था के पिछले 10 वर्षों के कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था राज्य के प्रत्येक जनपद के सुदूरवर्ती क्षेत्रों का भ्रमण कर डॉक्टरों की कार्यशैली व सर्मपण देखती है। उसके बाद मरीजों के फीडबैक के आधार पर सूची तैयार करती है और पूर्ण समर्पण व निष्ठा के साथ मरीजों की सेवा करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित करती है।

वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. संदीप टंडन, छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. वीएस टोलिया एमबीबीएस, चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल आर्य, वरिष्ठ सर्जन डॉ केपी सिंह, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कमलेश भारती, वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अमरनाथ पांडेय, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमर उपाध्याय, डॉ. मंजीत सिंह, छाती रोग विशेषज्ञ एमडी डॉ. अतुल उपाध्याय, ऑर्थोपैडिक सर्जन डॉ. गिरिजा शंकर जोशी, पैथोलॉजिस्ट डॉ. अमन सैनी, जनरल सर्जन डॉ. सुभांकर अग्रवाल, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विजय पांडेय, दंत चिकित्सक डॉ. शिवासीस पंत, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष परगंईं, आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. सचिन चौबे, जनरल सर्जन एमडी डॉ. वैभव विशाल, जनरल मेडिसन एमडी डॉ. अजय कुमार, मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. जया नवानी, दंत चिकित्सक डॉ. तरूण जोशी, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकुर ठाकुर, फिजिशियन डॉ. अंकुर पांडेय चिकित्सा सेवा सम्मान-2024 से सम्मानित किए गए।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/दधिबल