शक्ति की भक्ति में डूबी देवभूमि, मंदिरों के शहर में सजे नयनाभिराम दुर्गा पंडाल, हर तरफ नवरात्र की धूम
- मां दुर्गा की आकर्षक छवि निहारने को उमड़ रही भीड़
- कहीं देवी पाठ तो कहीं देवी गीतों की स्वर लहरियों की गूंज
- प्रदेश भर में भक्तिभाव से मनाया जा रहा दुर्गा पूजा महोत्सव
देहरादून, 10 अक्टूबर (हि.स.)। निमिया के डाढ़ी मैया झुलेली झुलनवा कि झूली झूली ना… मां दुर्गा की भक्ति के भवसागर में देवभूमि डूब गई है। हर कोई मां दुर्गा की भक्ति में लीन है। हर तरफ नवरात्र की धूम मची हुई है। हर भक्त, शक्ति की भक्ति में डूबा हुआ है। आरती के लिए पूजा पंडालों में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। शारदीय नवरात्र के मौके पर पूजा समितियों, समूहों की ओर से जगह-जगह पर कलश स्थापित किया गया है। श्रद्धालु यहां पहुंचकर सुख-समृद्धि के लिए माता से आर्शीवाद मांग रहे हैं। कहीं देवी पाठ तो कहीं देवी गीतों की स्वर लहरियां गूंज रहीं हैं।
इन दिनों नवरात्र के पावन पर्व पर आदि शक्ति मां दुर्गा की आराधना में लीन देवभूमि शक्तिमय हो उठी है। मंदिर, पूजा पंडाल व घरों से सुगंधित खुशबू की फिजां और पूजा की घंटियां भोर से ही वातावरण को भक्तिमय बना रही हैं। मंदिरों के शहर में दुर्गा पंडाल मंदिरों के रूप में सजे और रंग-बिरंगी रोशनी से नहा उठे हैं। नयनाभिराम पंडालों में मां दुर्गा की आकर्षक छवि को निहारने के लिए देर शाम के बाद लोगों की भीड़ जुट रही है। कई पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम है। दिव्य स्वरुपा मां दुर्गा के शास्त्रों में 108 नाम बताए गए हैं परंतु इन नौ दिनों में शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी व सिद्धिदात्री का ही पूजन किया जाता है।
राजधानी देहरादून के प्रसिद्ध सिद्धपीठ डाट काली मंदिर में भी भक्तगण माता को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से पूजा अर्चना कर रहे हैं। मंदिर में इन दिनों दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जा रहा है। सिद्धपीठ मां डाट काली मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि मां डाट काली मंदिर में शीश झुकाने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। वैसे देहरादून समेत प्रदेश भर में दुर्गा पूजा महोत्सव भक्तिभाव व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। दुर्गा पूजा को लेकर बंगाली समुदाय में खासा उत्साह है।
घर-घर में हो रहा है दुर्गा सप्तशती का पाठ, श्रद्धा व विश्वास के साथ व्रत
दुर्गा मंदिर, पूजा पंडाल व घर में श्रद्धालुओं द्वारा विधि-विधान से माता की पूजा-अर्चना की जा रही है। घर-घर में दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जा रहा है। मां के भक्त इन दिनों श्रद्धा और विश्वास के साथ व्रत रख रहे हैं। सुबह चार बजे से ही घर-घर दुर्गा पूजा शुरू हो जाती है। इसके बाद लोग मंदिरों में दर्शन करके अपनी पूजा को विराम देते हैं। मैदान से लेकर पहाड़ तक नवरात्र पर्व पर भारी उल्लास देखा जा रहा है।
मंदिरों की आकर्षक ढंग से सजावट
पूजा पंडालों में विभिन्न मंदिरों की झलक दिख रही है। पंडाल के आसपास के ब्लॉकों को भी रोशनी से जगमग की गई है। देवी मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। रात्रि में देवी गीतों का आयोजन किया जा रहा है। भक्त धार्मिक रंग में रंगे हुए दिखाई दे रहे हैं। सुबह से ही महिलाएं व युवतियां ही नहीं, छोटी-छोटी बच्चियां भी मंदिरों में रंग-बिरंगे परिधानों में हाथों में जल का लोटा लिए हुए देवी गीत गाती हुई मंदिरों में पहुंच रही हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण