श्रीराम लला प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव पर सार्वजनिक अवकाश की मांग
देहरादून, 08 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर राजधानी देहरादून के व्यापारियों ने प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषणा करने की मांग की है।
सोमवार को इसी संदर्भ में विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने पत्रकार वार्ता की। इसमें व्यापारियों ने कहा कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी से मिलकर 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग करेंगे। इसी संदर्भ में डिस्ट्रीब्यूटर्स ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष विवेक अग्रवाल ने बताया कि उपरोक्त के संदर्भ में सभी व्यापारी मुख्यमंत्री उत्तराखंड के संज्ञान में लाना चाहते हैं कि उपरोक्त तिथि को 500 साल के थकाने वाले लम्बे संघर्ष और अनगिनत बलिदानों के बाद प्रभु श्रीराम के मूल जन्म स्थान पर भव्य मंदिर का उद्घाटन एवम प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने जा रहा है।
समारोह सनातन धर्म के इतिहास और इस सदी का सबसे बड़ा समारोह होगा। सभी व्यापारी , कर्मचारी भी इस समारोह को आनन्दपूर्वक, सुगमता पूर्वक बिना किसी बाधा के मना सके , इसके लिए हम आपसे आग्रह करते हैं कि इस दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए। प्रभु राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व संध्या अर्थात 21 जनवरी दिन रविवार को हम श्री गीता भवन मंदिर राजा रोड पर अपने सदस्य एवं उनके परिवारों के लिए बहुत ही भव्य कार्यक्रम, जिसमें संगीत मय सुंदर कांड उदित-अनुभव नारायण (सेलाकुई) करेंगे। नगर और प्रदेशवासियों की मंगल कामना के लिए 2100 दीपदान का आयोजन भी किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में जो बच्चे हमारे बीच में पहुंचेंगे उन सभी के लिए श्री रामायण के ऊपर एक चित्र कला प्रतियोगिता रखी जा रही है। इस कार्यक्रम में करीब 600 सदस्यों एवं उनके परिवार के उपस्थित रहने की उम्मीद है। कार्यक्रम के पश्चात प्रसादम् की व्यवस्था भी श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समिति एवं उनके सहयोगी संस्थाओं द्वारा की जा रही है।
पत्रकार वार्ता में विवेक अग्रवाल के साथ कमलजीत शर्मा, अजय गर्ग, राजेश सिंघल, संजीव अग्रवाल, विवेक सिंघल उपस्थित थे। पत्रकार वार्ता में युवा व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन से मनोज गोयल अभिषेक गोयल, अनुज गोयल, अजय गुप्ता तथा जनरल मर्चेंट एसोसिएशन की ओर से महावीर प्रसाद गुप्ता,अशोक ठाकुर,सुरेंद्र गोयल, राजकुमार अरोड़ा आदि समेत कई व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज