सेवामुक्त हुए कमांडेंट वीके मिश्रा

 






देहरादून, 31 जनवरी (हि.स.)। लेफ्टिनेंट जनरल वीके मिश्रा, पीवीएसएम, एवीएसएम, कमांडेंट, भारतीय सैन्य अकादमी ने लगभग 40 वर्षों से अधिक के शानदार करियर के बाद, महत्वपूर्ण कमांड, स्टाफ और निर्देशात्मक नियुक्तियों के बाद आखिरकार 31 जनवरी-2024 को ओलिव ग्रीन्स को अलविदा कह दिया। आईएमए, वॉर मेमोरियल में आयोजित एक सादे और गंभीर समारोह के दौरान, जनरल ऑफिसर ने उन सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने कर्तव्य का पालन करते हुए राष्ट्र के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र, उन्हें दिसंबर 1985 में 17वीं बटालियन, जम्मू और कश्मीर राइफल्स में नियुक्त किया गया था। वह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से स्नातक हैं और उन्होंने आर्मी वॉर कॉलेज में हायर कमांड कोर्स में भाग लिया है। महू के साथ-साथ नई दिल्ली में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज में भी उन्होंने दायित्व निभाया।

जनरल ऑफिसर के पास तीन दशकों से भी अधिक समय का बहुत समृद्ध और विविध परिचालन अनुभव है, चाहे वह जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर सेवा करना हो, जहां वह ऑपरेशन में घायल भी हुए थे, या कार्यकाल सहित विभिन्न स्तरों पर चुनौतीपूर्ण, उग्रवाद विरोधी अभियान हो। दक्षिण कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स या त्रिपुरा में असम राइफल्स के साथ। उनके विशाल एवं विविध अनुभव से अकादमी को अत्यधिक लाभ हुआ है।

जनरल मिश्रा ने भारतीय सेना के लिए बेहतरीन भविष्य के अधिकारी कैडर तैयार करने के लिए संस्थागत नेतृत्व प्रशिक्षण के लिए आईएमए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की संकल्पना के संदर्भ में आईएमए में विभिन्न पहल की हैं। उन्होंने आधुनिक युद्ध की चरम प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में प्रशिक्षण के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के कार्यों के लिए भी दृष्टिकोण तैयार किया है। जनरल ऑफिसर ने प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी के कमांड बैटन को आईएमए के 52वें कमांडेंट, एसएम लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन को सौंपा।

हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज