एससीईआरटी के नए भवन का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण
- सरकारी विद्यालयों में स्थापित 442 स्मार्ट क्लासरूम का भी किया शुभारंभ
- पं. दीनदयाल उपाध्याय राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार से कई विद्यार्थी और प्रधानाचार्य सम्मानित
देहरादून, 24 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को ननूरखेड़ा में शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) उत्तराखंड के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में सीएसआर के सहयोग से स्थापित 442 स्मार्ट क्लास रूम का शुभारंभ भी किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पं. दीनदयाल उपाध्याय राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार के तहत उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की ओर से वर्ष 2023-24 हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले तीन-तीन स्कूलों व परीक्षाओं में प्रथम 10 स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया। धामी ने कहा कि आज का दिन राज्य की शिक्षा व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण दिन है। शिक्षा को बढ़ावा देने का कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित करना सौभाग्य की बात है। विद्यार्थियों ने अपनी मेहनत, लगन, समर्पण के बल पर उत्कृष्ट परिणाम हासिल किए हैं। यह पुरस्कार विद्यार्थियों एवं अध्यापकों को आगे भी इसी मनोयोग से प्रयास करने के लिए प्रेरित करेंगे और अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणादायक होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एससीईआरटी भवन का निर्माण कार्य दो वर्ष में पूर्ण करने का शिक्षा विभाग को लक्ष्य दिया गया था। निर्धारित समयावधि में 29 करोड़ 25 लाख की लागत से भवन का निर्माण किया गया है। एससीईआरटी भवन बनने से शैक्षिक विकास, शिक्षक प्रशिक्षण, शैक्षिक अनुसंधान तथा शिक्षा तंत्र का संपूर्ण विकास किए जाने में मदद मिलेगी। राज्य के 840 विद्यालयों में हाईब्रिड मोड में वर्चुअल एवं स्मार्ट क्लास की स्थापना की तैयारी मुख्यमंत्री ने कहा कि एससीईआरटी के भवन निर्माण के साथ इसकी गुणवत्ता भी अत्यधिक मायने रखती है। उन्होंने कहा कि सीएसआर के अंतर्गत बनी 442 स्मार्ट क्लास के शुरू होने से सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन की व्यवस्था में अधिक गुणवत्ता आएगी। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के 840 विद्यालयों में हाईब्रिड मोड में वर्चुअल एवं स्मार्ट क्लास की स्थापना पर भी कार्य कर रही है। कक्षा एक से 12 तक के बच्चों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें एवं कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों के साथ जूते और बैग प्रदान किए जा रहे हैं। कक्षा नौ में प्रवेश करने वाली बालिकाओं के लिए साइकिल योजना एवं मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना लागू की गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य के किसी भी छात्र के जीवन में नहीं होने देंगे शिक्षा का अभाव मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का संकल्प है कि राज्य का कोई भी विद्यार्थी बुनियादी आवश्यकताओं से वंचित न रहे और न ही उनकी पढ़ाई पर कोई असर पड़े। उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था को पहले से अधिक आधुनिक और व्यावहारिक बनाने के लिए सरकार लगातार नीतिगत फैसले ले रही है। सभी को बेहतर शिक्षा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। राज्य के किसी भी छात्र-छात्राओं के जीवन में शिक्षा का अभाव नहीं होनेे देंगे।
अगले वर्ष से ट्रांसफर की व्यवस्था हाेगी ऑनलाइन: धन सिंह रावत
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि इस वर्ष उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट 30 अप्रैल को घोषित कर दिया था। इससे बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए अच्छे संस्थानों में जाने का मौका मिलता है। आगामी शिक्षण सत्र के लिए रिजल्ट 20 अप्रैल तक घोषित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में अध्यापकों के ट्रांसफर में पारदर्शिता आई है। ट्रांसफर में काउंसिलिंग व्यवस्था की शुरुआत की गई है। अब तक पांच हजार अध्यापकों के ट्रांसफर हो चुके हैं। एससीईआरटी और डायट को और अधिक सृदृढ़ बनाया जा रहा है। आगामी वर्ष से टीचरों के ट्रांसफर भी ऑनलाइन व्यवस्था से होने लगेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिन विद्यालयों में 70 प्रतिशत से कम अध्यापक होंगे, वहां नए अध्यापकों के जाने तक अध्यापक रिलीव नहीं होंगे। राज्य सरकार छात्रों को किताबें, कपड़े, बैग, जूते नि:शुल्क दे रही है। छात्रवृत्ति और निःशुल्क नोटबुक भी उपलब्ध कराई जा रही है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति से शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे अनेक क्रांतिकारी परिवर्तन
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने से शिक्षा के क्षेत्र में अनेक क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन और शिक्षा मंत्री के नेतृत्व में शिक्षा के उन्नयन के लिए तेजी से कार्य हो रहे हैं।
प्रधानाचार्य और शिक्षक विद्यालयी शिक्षा के मजबूत स्तंभ: बंशीधर
महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने शिक्षा विभाग को प्रेरणा और नई दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्हाेंने कहा कि एससीईआरटी का अपने भवन बनने से शैक्षिक विकास, प्रशिक्षण एवं अनुसंधान के क्षेत्र में नए आयाम प्राप्त होंगे। उन्होंने पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और विद्यार्थियों को शुभकामना दी। शिक्षा महानिदेशक ने कहा कि प्रधानाचार्य और शिक्षक विद्यालयी शिक्षा के मजबूत स्तंभ हैं। इस दौरान निदेशक एससीईआरटी वंदना गर्ब्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट, निदेशक प्राथमिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल आदि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण / सुनील कुमार सक्सैना