मुख्यमंत्री धामी बोले- उत्तराखंड की आर्थिकी की लाइफ लाइन है चारधाम यात्रा
- देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता
देहरादून, 17 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मालसी स्थित एक सभागार में आयोजित 'हिन्दुस्तान शिखर समागम' कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिकी की लाइफ लाइन है। चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा कराना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित और मजबूत करने लिए यात्रा प्राधिकरण बनाया जा रहा है। चारधाम यात्रा एवं इससे क्षेत्र से जुड़े लोगों और स्टेक होल्डर्स के सुझाव लिए जा रहे हैं। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के शहरों की धारण क्षमता का आकंलन किया जा रहा है। इसके हिसाब से ही इनका विकास किया जाएगा।
जल्द लागू होगा यूसीसी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का मुख्य सेवक होने के नाते उन्होंने जो भी निर्णय लिए हैं, राज्य की जनभावनाओं के अनुरूप लिए हैं। राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) जल्द लागू होगा। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में डेमोग्राफिक चेंज को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसको लेकर सरकार गंभीरता से काम कर रही है। अवैध अतिक्रमण करने वालों पर राज्य सरकार निरंतर कार्रवाई कर रही है।
जीईपी की शुरुआत करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य
राज्य में कानूनी प्रक्रिया के तहत अवैध अतिक्रमण हटाया गया है। उत्तराखंड में धर्मांतरण विरोधी कानून और दंगा रोधी कानून लागू किया गया है। युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। उत्तराखंड ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के तहत राज्य में तीन लाख 54 हजार करोड़ के एमओयू हुए हैं। राज्य में ईकोलॉजी और ईकोनॉमी में संतुलन बनाते हुए विकास कार्य किए जा रहे हैं। उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां जीईपी की शुरुआत की गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण