चारों धामों को लेकर धामी सरकार के फैसले से पुरोहितों और संत समाज की चिंता हुई दूर : महेंद्र भट

 


-तेलंगाना में मंदिर निर्माण को लेकर कांग्रेस पर किया पलटवार

देहरादून, 19 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने धामों और पावन स्थलों के नाम पर अन्यत्र ट्रस्ट, संस्था आदि पर रोक के मंत्रिमंडल के निर्णय को संत समाज, पुरोहितों और अन्य वर्गों की चिंता दूर करने वाला बताया है। उन्होंने तेलंगाना में ऐसे ही मंदिर निर्माण को लेकर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि वहां उनकी सरकार है, उन्हें साहस कर यहां राजनीति के बजाय अपने मुख्यमंत्री से शिकायत करनी चाहिए।

पार्टी मुख्यालय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मीडिया से बातचीत में कहा कि देवभूमि के देवतुल्य स्वरूप को बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का योगदान हमेशा याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री देश भर में सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक परंपराओं को लेकर ऐतिहासिक एवं साहसिक कदमों के लिए जाने जाते हैं। उनकी कैबिनेट का यह निर्णय कि कोई भी चार धामों या यहां के प्रमुख धाम माने जाने वाले धार्मिक स्थलों के नाम से कोई भी ट्रस्ट या संस्था नहीं बना सकेगा। इस शानदार एवं दूरदर्शी कानून के बनने के उपरांत प्रदेश के पंडा, पुरोहित, संत समाज में फैली भ्रांति एवं आशंका पर पूरी तरह समाप्त हो गई है।

महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि धामी सरकार के इस निर्णय के बाद कांग्रेस की राजनैतिक यात्रा भी औचित्यहीन हो गई है। वे केदारनाथ में उपचुनाव और सफल चारधाम यात्रा को प्रभावित करने के उद्देश से यह यात्रा निकाल रहे थे। अब उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि वे किसलिए यात्रा निकाल रहे हैं। धाम के नामों के इस्तेमाल पर लगाई गई इस रोक के खिलाफ यात्रा निकाल रहे हैं या चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा को प्रभावित करने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं।

उन्होंने तेलंगाना में धाम के नाम से बनने वाले मंदिर को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मंदिर तेलंगाना में बन रहा है, जहां कांग्रेस की सरकार है। लिहाजा भाजपा से शिकायत करने या यहां राजनैतिक यात्रा के बजाय, उन्हें अपने मुख्यमंत्री से तत्काल बात करने का साहस करना चाहिए। प्रदेशवासी कांग्रेस का दोगलापन रवैया को देख रही है और उन्हें लोकतान्त्रिक ढंग से सबक सिखाती रहेगी।

उन्होंने उत्तरप्रदेश की तरह हरिद्वार में भी कांवड़ यात्रा को लेकर राज्य सरकार की गाइडलाइन का स्वागत करते हुए सफल और सुरक्षित यात्रा के लिए जरूरी बताया।

उन्होंने राज्य में हिंदू स्टडी सेंटर की स्थापना को लेकर पूछे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि देवभूमि सनातन संस्कृति की ध्वजवाहक है और यहां से सनातन का संदेश सबका मार्गदर्शन करता है। ऐसे में यहां इस तरह के केन्द्र का बनना, सनातनी और हिन्दू संस्कृति संवर्धन और प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसी तरह उन्होंने किसानों के ऋण में स्टाम्प ड्यूटी की छूट और 5 लाख तक के ठेके स्थानीय ठेकेदारों को देने को भी जनहित में जरूरी कदम बताया।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / वीरेन्द्र सिंह