ऋषिकेश में स्वयंसेवकों ने संघ का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया
-संघ आज अपने कार्यों की वजह से विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन बना : अनिल मित्तल
ऋषिकेश, 24 अक्टूबर (हि.स.)। ऋषिकेश में विजयदशमी के पर्व पर मंगलवार को स्वयंसेवकों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 98वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। भरत मंदिर के खेल मैदान में आयोजित संघ के स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संघ के सहप्रांत कार्यवाह अनिल मित्तल उपस्थित रहे।
अनिल मित्तल ने इस अवसर पर कहा कि संघ की स्थापना 1925 को विजय दशमी के दिन ही डॉ केशवराम बलिराम हेडगेवार जी ने की थी। उन्होंने कहा कि आज अपने कार्यों से संघ विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन बन गया है। संघ के प्रति लोगों का विश्वास बना है। यह विश्वास संघ के सदस्यों के द्वारा बिना स्वार्थ के किए जाने वाले कार्यों के कारण अर्जित किया गया है।
मित्तल ने कहा कि भगवान श्रीराम के मंदिर का शुभारंभ आने वाले जनवरी माह में किया जाएगा जो कि देश ही नहीं, विश्व के लिए एक यादगार पल के रूप में साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान संघ का स्वयंसेवक पूरे देश में जन आह्वान अभियान चलाने जा रहा है, जिसका शुभारंभ 1 जनवरी से होगा और 15 जनवरी तक चलेगा। इसका उद्देश्य मंदिर निर्माण के पूरा होने के पश्चात अपने घरों और मंदिरों में रहकर पूजा -पाठ किया जाना भी है। उन्होंने कहा कि संघ ने अपना 98 वर्ष का कार्यकाल पूरा करते हुए वट वृक्ष के रूप में अपने आप को स्थापित किया है। जिसके स्वयंसेवक सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाते हुए सबसे आगे दिखाई देते हैं।
मित्तल ने कहा कि आज हम पूरे विश्व में शाखाओं के माध्यम से जन जागरण अभियान चला रहे हैं जिसके परिणाम स्वरूप देश पर आने वाली किसी भी प्रकार की विपदा के लिए संघ का स्वयंसेवक अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए निरंतर आगे बढ़ रहा है। आज हम विजय दशमी का पर्व भी इसी बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के रूप में मना रहे हैं। यह पर्व हमें संगठित रहकर अच्छे कार्य किए जाने के लिए प्रेरित करता है।
हिन्दुस्थान समाचार/विक्रम/वीरेन्द्र