मुनस्यारी ब्लॉक में ग्रामोत्थान परियोजना द्वार एक दिवसीय बायर–सेलर मीट

 


पिथौरागढ़, 5 दिसंबर (हि.स.)। मुनस्यारी ब्लॉक में ग्रामोत्थान परियोजना द्वार एक दिवसीय बायर–सेलर मीट व योजनात्मक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं व स्थानीय नागरिकों को विभिन्न विभागीय योजनाओं, व्यापारिक अवसरों एवं उद्यमिता से जोड़ना था।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी ने किया। इस अवसर पर उन्हाेंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं एवं ग्रामवासी विभागों की योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर उनका लाभ उठाएं, ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर स्वरोज़गार एवं व्यवसाय के नए अवसरों से जुड़ सकें। उन्होंने समेकित कृषि प्रणाली की आवश्यकता पर विशेष बल देते हुए कहा कि पारंपरिक खेती को पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यान, मधुमक्खी पालन व प्रसंस्करण के साथ जोड़कर किसानों की आय में कई गुना वृद्धि संभव है। मुख्य विकास अधिकारी ने स्थानीय उत्पादों को ब्रांडिंग, मार्केटिंग और मार्केट लिंकिंग से जोड़ने का आग्रह किया, ताकि ग्रामीण उद्यमिता, सांस्कृतिक अनुभव एवं पारंपरिक उत्पादों का व्यापक प्रचार–प्रसार हो सके।

कार्यक्रम में देवभूमि चित्रकला, प्राइड ऑफ हिमालया, प्रियंका ऐपन आर्ट, मुख्यमंत्री उद्यमशाला, लोकल चित्रकारों एवं ग्रामोत्थान सहित अनेक स्थानीय उद्यमियों ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए। यहां पारंपरिक हस्तशिल्प, ऐपन कला, स्थानीय जैविक अनाज, पर्वतीय चाय, हस्तनिर्मित वस्तुएं एवं पहाड़ी व्यंजनों का प्रदर्शन और बिक्री की गई। प्रदर्शनियों ने स्थानीय उद्यमिता की पहचान को मजबूत किया व संभावित खरीदारों और बाजार प्रतिनिधियों के साथ व्यापारिक संवाद का अवसर प्रदान किया।

पशुपालन, मत्स्य, उद्यान, उद्योग, ग्रामोत्थान, मुख्यमंत्री उद्यमशाला और विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभागियों को विभिन्न योजनाओं, अनुदानों, प्रशिक्षण, ऋण सुविधा, रोजगार एवं उद्यम स्थापना प्रक्रियाओं की जानकारी प्रदान की। अधिकारियों ने युवाओं एवं महिलाओं को इन अवसरों का लाभ उठाकर छोटे उद्यमों को व्यापारिक स्वरूप देने के लिए प्रेरित किया।

हिन्दुस्थान समाचार / संतोष दरियाल