धामी सरकार ने वीर नारियों को दिया सम्मान, शहीद की पत्नी बनेगी जिला सैनिक कल्याण अधिकारी
देहरादून, 26 फरवरी (हि.स.)। धामी सरकार वीर नारियों को सम्मान देने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। विभाग में पहली बार दो महिला सैन्य अधिकारियों का भी चयन हुआ है, जिसमें एक महिला सैन्य अधिकारी विंग कमाण्डर डॉ. सरिता पंवार, अमर शहीद स्क्वाड्रन लीडर महेन्द्र सिंह पंवार की पत्नी हैं। सैनिक कल्याण विभाग में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर छह नये सेवानिवृत सैन्य अधिकारियों को चयनित कर उन्हें निदेशालय और विभिन्न जनपदों के तैनाती दे दी गयी है।
सोमवार को सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के अनुमोदन के बाद सैनिक कल्याण विभाग के सचिव दीपेन्द्र चौधरी की ओर से जारी आदेश के क्रम में विंग कमाण्डर निधि बधानी को सैनिक कल्याण निदेशालय में उप निदेशक पर पदस्थापित किया गया है और विंग कमाण्डर सरिता पंवार को हरिद्वार, कर्नल उमेद सिंह को चम्पावत, कर्नल जयेश बड़ोला को उत्तरकाशी, कर्नल करम सिंह बिष्ट को पिथौरागढ़, कर्नल रमेश सिंह को नैनीताल का नया सैनिक कल्याण अधिकारी नियुक्त किया है।
कर्नल चन्द्र बहादुर पुन: को पिथौरागढ़ से उधमसिंहनगर, कर्नल सुबोध कुमार शुक्ला को नैनीताल से चमोली तथा मेजर करन सिंह को हरिद्वार से पौड़ी जनपद में स्थानान्तरित किया गया है। सैनिक कल्याण सचिव की अध्यक्षता वाली चयन समिति में रक्षा मंत्रालय एवं केन्द्रीय सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारियों द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से सभी छह सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर नियुक्ति प्रदान की गयी है।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने चयनित अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में सतत प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी के कुशल मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण को समर्पित होकर कार्य कर रही है। महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सैनिक कल्याण विभाग की ओर से यह निश्चित तौर पर यह कदम सराहनीय है।
सैनिक कल्याण मंत्री जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने प्रदेश में सैनिक कल्याण के लिए अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है। शहीदों के सम्मान में सैन्यधाम का निर्माण कार्य किया जा रहा है। सैन्यधाम निर्माण से पूर्व प्रदेशभर में शहीद सम्मान यात्रा और शहीदों के आंगन की मिट्टी और उत्तराखण्ड की प्रमुख 28 पवित्र नदियों का जल अमर जवान ज्योति के मुख्य स्तंभ की आधारशिला में अर्पित किया गया। शहीद सैनिक के परिवार के एक सदस्य को रोजगार की दिशा में अब तक 26 आश्रितों को सेवायोजित किया जा चुका है। प्रदेश में वीरता पदक धारकों को परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा का प्रावधान किया गया है।
मंत्री जोशी ने बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध की अनुदान राशि, विशिष्ट सेना मेडल अवार्ड राशि में बढ़ोतरी और वीरता पदक पुरस्कार की एक मुश्त अनुदान राशि में भी कई गुना बढ़ोतरी की गई है। प्रदेश में सैनिक विश्राम गृहों का निर्माण सैनिकों के आश्रितों के लिए छात्रावास के लिए निर्माण किया जा रहा है शहीदों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयासरत है।
इन वीर नारियों को मिली नियुक्ति-
विंग कमाण्डर डॉ. सरिता पंवार शहीद स्क्वाड्रन लीडर महेन्द्र सिंह पंवार की पत्नी हैं,जो कि भारतीय वायु सेना की 118 हेलीकॉप्टर यूनिट में पायलट थे। 23 वर्ष पूर्व अरुणाचल प्रदेश में सेवा के दौरान एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में स्क्वाड्रन लीडर महेंद्र सिंह की मृत्यु हो गयी थी। विंग कमाण्डर डॉ. सरिता पंवार को साल 2016 में चिकित्सीय सेवाओं के लिए गौरा देवी सम्मान सम्मानित भी किया गया है और वर्ष 2017 में एओसी-इन-सी प्रशंसा पत्र भी प्रदान किया गया है। विंग कमाण्डर डॉ. सरिता पंवार ने 21 वर्ष तक भारतीय वायु सेना में सेवा दी है।
विंग कमाण्डर निधी बधानी ले.कर्नल अतुल देवली की पत्नी है, जो वर्तमान सेवारत है। निधी बधानी जून 2006 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुई थी और जून माह वर्ष 2021 को सेवानिवृत्ति हुई भारतीय वायु सेना में विंग कमाण्डर निधी बधानी ने 15 वर्ष तक सेवाएं दीं। निधी बधानी को साल 2019 में एओसी-इन-सी प्रशंसा पत्र से सम्मानित भी किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज