डा. धन सिंह बोले, चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

 


- स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य चिकित्साधिकारियों की ली बैठक, परखी तैयारियां

- श्रीनगर-दून मेडिकल कालेज और ऋषिकेश एम्स को अलर्ट रहने के निर्देश

देहरादून, 20 अप्रैल (हि.स.)। उत्तराखंड के चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने चारधाम यात्रा से सबंधित जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियां परखीं। उन्होंने यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए। साथ ही श्रीनगर, दून मेडिकल कालेज और एम्स ऋषिकेश को अलर्ट मोड पर रहने को कहा।

श्रीनगर मेडिकल कालेज के सभागार में बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने यात्रा काल के दौरान तीर्थ यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डा. रावत ने बताया कि आगामी 10 मई से प्रदेश में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के सफल संचालन को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से संजीदा है। सरकार यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में जुटी है। इसके लिए ठोस रोडमैप तैयार किया जा रहा है।

बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. भागीरथी जंगपांगी ने वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। इस दौरान प्राचार्य श्रीनगर मेडिकल कालेज प्रो. डॉ. सीएमएस रावत, पौड़ी डॉ. प्रवीण कुमार, टिहरी डॉ. मनु जैन, चमोली डॉ. राजीव शर्मा, रुद्रप्रयाग डॉ. एचसी एस मर्तोलिया, उत्तरकाशी डॉ बीएस रावत आदि थे।

आचार संहिता में ढील, चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की अनुमति-

उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत राज्य में प्रभावी आचार संहिता में ढील देने के लिए दो दिन पहले शासन स्तर से भारत निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगने के निर्देश दिए गए थे, जिस पर भारत निर्वाचन आयोग ने कुछ शर्तों के साथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की अनुमति प्रदान कर दी है।

स्वास्थ्य व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश-

स्वास्थ्य मंत्री ने चारधाम यात्रा मार्गों पर आवश्यक जीवनरक्षक उपकरण, स्थाई एवं अस्थाई चिकित्सा इकाईयों में पर्याप्त दवाईयां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा विभागीय उच्चाधिकारियों को विशेषज्ञ चिकित्सक, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ, फार्मासिस्ट सहित अन्य मेडिकल स्टॉफ की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज