नैनीताल के आधार बलियानाला का 173 करोड़ रुपये से होगा सुदृढ़ीकरण, तीसरी बार निविदा 20 को निकलेगी
नैनीताल, 15 दिसंबर (हि.स.)। सरोवर नगरी नैनीताल के अस्तित्व के लिए खतरा बन चुके बलियानाला का 172.91 करोड़ रुपये की लागत से स्थाई उपचार होना है। इसके लिए सिचाई विभाग द्वारा दो बार निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी हैं, किंतु विभाग को अपनी शर्तों को पूरा करने वाले योग्य निविदादाता नहीं मिल पाये हैं। अब प्रदेश के सिंचाई विभाग के सचिव हरीश चंद्र सेमवाल व प्रमुख अभियंता-सिंचाई जयपाल सिंह एवं उत्तराखंड उच्च न्यायालय के महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर की अगुवाई में पुनः बलियानाला क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद तय हुआ है कि आगामी 20 दिसंबर को तीसरी बार बलियालाना के कार्यों की निविदा खोली जायेंगी।
उल्लेखनीय है कि 1980 के दशक से बलियानाला में हो रहे भूस्खलन की वजह से अब तक नगर के राजकीय इंटर कॉलेज के खेल मैदान सहित इससे लगे रइश होटल व हरिनगर क्षेत्र का करीब 200 मीटर का क्षेत्र और वर्ष 2001 से हुए 15 करोड़ रुपयों से अधिक के कार्य नाले में समा चुके हैं। साथ ही 100 से अधिक परिवार अपने आशियानों को छोड़कर यहां से विस्थापित हो चुके हैं और आगे भी हरि नगर क्षेत्र से 80 परिवारों को ताकुला सहित अन्य स्थानों पर विस्थापित करने की योजना बतायी गयी है।
इधर, पुनः कई वर्षों के विस्तृत भूगर्भीय अध्ययन के बाद बलियानाले में होने वाले कार्यों की डीपीआर तैयार की गयी है। इस रिपोर्ट के आधार पर यहां लोहे की खोखली छड़ों को पहाड़ी के अंदर डालकर मजबूत एंकरिंग एवं अत्याधुनिक वायर क्रेट की गेवियन वॉल बनायी जानी हैं। साथ ही भूगर्भीय रिपोर्ट में जमीन के भीतर बतायी गयी 4 से 5 मीटर गहरी जल राशि का जल संस्थान द्वारा बोरिंग कर पानी निकालकर पेयजल के लिये उपयोग करना है, एवं सिचाई विभाग को क्षेत्र में पानी को जमीन के भीतर जाने से रोकने के लिये बेहतर ड्रेन यानी निकासी के कार्य किये जाने हैं। राजकीय इंटर कॉलेज से ही इन कार्यों के लिये रास्ता बनना है, इसलिए विद्यालय का एक हिस्सा भी तोड़कर अन्यत्र स्थानांतरित होना है। इन कार्यों के पूरा होने के लिये 3 से 4 वर्ष की अवधि रखी गयी है।
हिन्दुस्थान समाचार/नवीन जोशी/वीरेन्द्र