दुबई में आयोजित वैश्विक जलवायु सम्मेलन में भाग लेकर लौटे बघेल ने साझा किए अनुभव
हरिद्वार, 04 जनवरी (हि. स.)। दुबई में आयोजित कॉप 28 वैश्विक जलवायु सम्मेलन में ट्री ट्रस्ट आफ इंडिया के अध्यक्ष ग्रीनमैन विजयपाल बघेल ने बताया कि सम्मेलन में ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए जीवांश ईधन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने वाले मुद्दे पर आम सहमति बनी है।
सम्मेलन से लौटने के बाद पत्रकारों से वार्ता में ग्रीनमैन बघेल ने बताया कि कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए विकसित और अविकसित देशों के बीच जो मतभेद थे, उन्हें दूर करने में कॉप 28 की भूमिका सराहनीय रही। उन्होंने बताया कि काॅप 28 के उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन से संबंधित भारत द्वारा उठाए जा रहे महत्वपूर्ण कदमों और प्रयासों का उल्लेख किया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2028 में कॉप 33 को अपने यहां आयोजित करने का प्रस्ताव विश्व पटल पर रखा। उन्होंने बताया कि कॉप 28 के माध्यम से वर्ष 2030 तक कार्बन उत्सर्जन 45 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा गया है और गैर जीवांश ईंधन की हिस्सेदारी 50 फीसदी तक बढ़ाने की बात भी रखी गई है। उन्होंने बताया कि जिस तरह से भारत अपनी प्राकृतिक संपदा के संरक्षण लिए चिंतित है। उसी तरह विकसित देशों को भी प्रकृति को बचाने के लिए आगे आना होगा।
इस अवसर पर हरिद्वार नागरिक मंच के संरक्षक जगदीश लाल पाहवा, ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया के निदेशक रंजीत सिंह, इंटरनेशल गुडविल सोसाइटी के डा.मधुसूदन अग्रवाल, प्रमोद शर्मा, विनोद मित्तल, दिवाकर गुप्ता, विश्वास सक्सेना, सर्वेश गुप्ता, राधिका नागरथ, अरुण पाठक आदि इस अवसर पर हरिद्वार नागरिक मंच ने ग्रीनमैन ऑफ इंडिया विजयपाल बघेल का नागरिक अभिनंदन भी किया।
हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज