विधानसभा के विशेष सत्र की अवधि एक दिन बढ़ी, अतिक्रमण पर हुई तीखी बहस

 


देहरादून, 4 नवंबर (हि.स.)। राज्य स्थापना की रजत जयंती पर विधानसभा के विशेष सत्र की अवधि एक दिन के लिए बढ़ा दी गई है। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब यह सत्र 5 नवंबर तक चलेगा। सदन में दूसरे दिन कई बार माहौल बेहद गर्म हुआ और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण को सदस्याें को चुप करवाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

मंगलवार काे विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्याें ने राज्य स्थापना और विकास की यात्रा

पर अपनी बात रखी। कई विधायक ने राज्य के 25 साल की यात्रा का वृतांत रखा और आगे की विकास योजनाओं को लेकर सुझाव भी दिए। भाजपा विधायकों व मंत्रियों ने जहां सरकार के कार्यकाल की सराहना की वहीं विपक्ष ने कई मुद्दों पर जमकर शोर-शराबा भी किया।

विशेष सत्र के भोजन अवकाश के बाद तीन बजे से सदन में फिर चर्चा शुरू हुई। देहरादून राजपुर विधायक खजान दास, यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने सदन में अपनी बात रखी। ऋषिकेश विधायक प्रेमचंद अग्रवाल के एक बयान पर बवाल भी मचा और कांग्रेस धिायकों ने सदन में वोट चोर, गद्दी छोड़ के नारे भी लगा डाले। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस सदस्याें को फटकार लगाई और नारे को कार्रवाई से हटाने के निर्देश दिए। विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने वनफूलापुर में अतिक्रमण पर की गई कार्रवाई को उचित ठहराया और सरकार सराहना की। इस पर हल्द्वानी विधायक सुमित ह्दयेश से जमकर विरोध किया। विधायक मुन्ना सिंह चौहान के बयान पर कांग्रेस विधायक भड़क गए। उन्होंने कहा कि सैकड़ों सालों से रह रहे लोगों के घरों पर पहले लाल निशान लगा दिए गए और फिर उन्हें तोड़ दिया गया। विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों पर बुल्डोजर चलना ही चाहिए। बाहर से आकर लोग लगातार उत्तराखंड की जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं और इसे बिल्कुल सहन नहीं किया जाएगा। इस पर काफी देर तक हो हल्ला होता रहा।

सदन में सभी विधायकों को राज्य की 25 साल की यात्रा पर बोलने का मौका दिया गया। विधायक चर्चा में उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि राज्य का विकास नहीं हो पा रहा है। स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, विद्युत, सड़क जैसी सुविधाओं के लिए लोग तरस रहे हैं और राज्य स्थापना की रजत जयंती के नाम पर कॉमेडी शो हो रहा है।

विधायक खजानदास ने देहरादून में एलिवेटेड राेड से प्रभावित हाे रहे दाे हजार परिवाराें काे बसाने की बात की। उन्हाेंने कहा कि एलिवेटेड राेड में उनके आवास ताेड़ने के बाद उन्हें बसाने की जिम्मेदारी सरकार की हाेनी चाहिए। लक्सर से बसपा विधायक मोहम्मद शहज़ाद ने मूल निवास को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया है। विधायक शहज़ाद ने कहा कि हरिद्वार की जनता के साथ भेदभाव हो रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों को मूल निवास दिया जा रहा है, जबकि हरिद्वार को सिर्फ अस्थायी प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। जिसकी वजह से सरकारी नौकरियों में हरिद्वार के युवाओं का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि कहा कि हरिद्वार ने पहाड़ के विकास में हमेशा योगदान दिया है। हरिद्वार की जनता ने पर्वतीय मूल के तीन-तीन सांसद और विधायक तक बनाए हैं। इसलिए अब पहाड़ी क्षेत्र को भी बड़ा दिल दिखाते हुए हरिद्वार को भी मूल निवास का अधिकार देना चाहिए। सदन में पहाड़ बनाम मैदान के नाम पर भी काफी देर तक हल्ला चलता रहा।  

हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल