विद्या भारती की अखिल भारतीय शिशु वाटिका परिषद की बैठक और प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

 




हरिद्वार, 17 फरवरी (हि.स.)। बीएचईएल स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में शनिवार को पांच दिवसीय अखिल भारतीय शिशु वाटिका परिषद बैठक एवं प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। विद्याभारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री गोविन्द चंद्र महंत, शिशुवाटिका की अखिल भारतीय संयोजिका सुश्री आशा थानकी, अखिल भारतीय सह संयोजक श्रीमती नम्रता एवं श्रीनिवास आचार्यालू ने गंगा पूजन कर बैठक का शुभारंभ किया।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र प्रमुख श्रीमती सुधा बाना ने अतिथियों का परिचय कराया। इसके पश्चात विद्या भारती के प्रदेश निरीक्षक डॉ. विजयपाल द्वारा हरिद्वार के पौराणिक व आधुनिक महत्व की जानकारी दी गई। अखिल भारतीय सह संयोजक हुकुमचंद्र भुवंता ने गत वर्ष की शिशु वाटिका परिषद का वृत्त रखा। इसमें शिशु समर्थ राम कथा एवं सुवर्णप्राशन की भी जानकारी दी गयी।

सुश्री आशा थानकी ने कहा की हमें प्रति वर्ष पांच दिन की बैठक करनी है। पहले दिन अपने कार्य का लेखा जोखा व दूसरे दिन प्रशिक्षण प्रारम्भ होता है। उन्होंने बताया कि शिशु वाटिका के चार मुख्य आयाम हैं- शिक्षक, प्रशिक्षण, शोध एवं प्रकाशन।

कार्यक्रम में प्रांत संगठन मंत्री उत्तराखंड भुवन चंद्र, प्रदेश निरीक्षक डा.विजयपाल, सह प्रदेश निरीक्षक विनोद रावत, मंत्री विद्या भारती डॉ. रजनीकांत शुक्ल, भेल सेक्टर-2 सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य लोकेन्द्र दत्त अंथवाल, कमल सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज