अपडेट...महिलाओं की मौत के बाद आखिर पकड़ी गयी मादा गुलदार, नरभक्षी होने की पुष्टि अभी शेष
नैनीताल, 26 दिसंबर (हि.स.)। नैनीताल जनपद के भीमताल क्षेत्र में 10 दिनों के भीतर एक किशोरी सहित तीन महिलाओं को मार डालने वाले नरभक्षी हिंसक वन्य जीव को पकड़े जाने के कार्य में वन विभाग को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।
सोमवार मध्य रात्रि के बाद करीब एक बजे विभाग के विशेषज्ञों और कर्मचारियों की टीम ने एक बाघिन को नौकुचियाताल के जंगलिया गांव के पास के जंगल से ट्रेंकुलाइज यानी बेहोश कर कब्जे में कर लिया है। बाघिन की उम्र करीब डेढ़ वर्ष बताई जा रही है। इस बाघ को ‘लेडी किलर’ भी कहा जा रहा है।
हालांकि पकड़ी गई बाघिन नरभक्षी है या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। इसके लिये उसकी और मृतकों के नमूनों के डीएनए की जांच करायी जायेगी। इसके लिये विभाग के विशेषज्ञों ने बाघिन के नमूने ले लिए हैं। जिनको जांच के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून भेजा जाएगा। पकड़ी गई बाघिन को रेस्क्यू हेतु रानीबाग रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया है।
बताया गया है कि यह सफलता वन विभाग की बड़ोन क्षेत्र के वन क्षेत्राधिकारी नितिन पत व भवाली के विजय मेलकानी की टीम के हाथ रात्रि करीब एक बजे लगी। बेहोश बाघिन को जंगल से मुख्य मार्ग सेमधार तक पैदल लाने में सुरेंद्र पोखरिया, राकेश कुमार, मनोज कुमार व महेश चंद्र आदि ने पैदल ढोकर पहुंचाया। इस सफलता के पीछे नौली तोक निवासी पोखरिया परिवार तथा राकेश चंद्र पुत्र स्वर्गीय बालम राम, मनोज कुमार पुत्र स्वर्गीय बालम राम तथा महेश चंद्र पुत्र स्वर्गीय पनीराम आदि का भी योगदान रहा। ग्राम प्रधान राधा कुलियाल ने कहा कि जल्द ग्राम पंचायत जंगलियागांव के द्वारा इस सहयोग के लिए इन सभी को सम्मानित किया जाएगा।
बाघ के पकड़े जाने के बाद स्थानीय लोगों के साथ प्रशासन ने भी राहत की सांस है, क्योंकि नये वर्ष पर क्षेत्र में बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है। बाघ के आतंक से आम जन तो प्रभावित था ही। पर्यटन भी प्रभावित हो सकता था। साथ ही नरभक्षी के सक्रिय होने से किसी भी बड़ी घटना का भी भय बना हुआ था। इसलिये इसे पकड़ने के लिय वन विभाग पिछले दो हफ्तों से प्रयास कर रहा था।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.नवीन जोशी/रामानुज