अपर मुख्य सचिव बोले- सारा की योजनाओं को गंभीरता से लें अधिकारी, 15 दिन के अंदर मांगी कार्यों की रिपोर्ट

 


- बंद पड़े हैंडपंपों के माध्यम से भू-जल को पुनः रिचार्ज किया जाए- अपर मुख्य सचिव

देहरादून, 09 सितंबर (हि.स.)। अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में स्प्रिंग एंड रिवर रिजूविनेशन प्राधिकरण (सारा) उत्तराखंड की जनपद एवं अंतरविभागीय समीक्षा बैठक हुई। बैठक में उन्होंने सभी विभागों को सारा के अंतर्गत गतिमान योजनाओं को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि 15 दिनों के अंदर जनपदों में लंबित कार्यों का परीक्षण कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाए। जो कार्य धरातल पर पूर्ण हो चुके हैं उनके आउटकम, आंकड़े सहित पेश किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर बंद पड़े हैंडपंप को पुनः रिचार्ज करने की दिशा में भी कार्य किए जाएं। बंद पड़े हैंडपंपों के माध्यम से भू-जल को पुनः रिचार्ज किया जाए। इसके लिए कार्ययोजना बनाकर धरातल पर उतारा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले वर्ष तक पूर्ण रूप से सूख चुके हैंडपंपों की गिनती भी हो।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि क्रिटिकल जल स्रोतों के उपचार के लिए वैज्ञानिक विधि से स्प्रिंगशेड और रिचार्ज क्षेत्रों की पहचान व सीमांकन किया जाए। जल संरक्षण के साथ जल गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान दिया जाए। भौगोलिक स्थिति को देखते हुए उपयुक्त रिचार्ज उपायों को अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि पेयजल निगम, जल संस्थान, सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग की ओर से चिन्हित कार्यों में आपसी समन्वय के साथ तेजी लाई जाए एवं हर योजना का तकनीकी अध्ययन जरूर कराएं।

बैठक में बताया गया कि पेयजल निगम की ओर से राज्य के अंतर्गत कुल 78 एवं जल संस्थान की ओर से राज्य के कुल 415 क्रिटिकल जलस्रोत चिन्हित किए गए हैं जिन पर कार्य गतिमान है।

बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सारा) नीना ग्रेवाल, आईएफएस आरके मिश्रा, अपर सचिव गरिमा, बीके तिवारी एचओडी लघु सिंचाई आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण